सार
पॉप सिंगर ब्रिटनी स्पीयर्स (Britney Spears) ने ब्वॉयफ्रेंड सैम असगरी से सगाई कर ली है। ब्रिटनी ने हाल ही में सैम असगरी के साथ एक वीडियो शेयर कर खुद इस बात की जानकारी दी है। वीडियो में ब्रिटनी अपनी इंगेजमेंट रिंग दिखाती नजर आ रही हैं। इस वीडियो के कैप्शन में उन्होंने लिखा- मुझे यकीन नहीं हो रहा है।
मुंबई। पॉप सिंगर ब्रिटनी स्पीयर्स (Britney Spears) ने ब्वॉयफ्रेंड सैम असगरी से सगाई कर ली है। ब्रिटनी ने हाल ही में सैम असगरी के साथ एक वीडियो शेयर कर खुद इस बात की जानकारी दी है। वीडियो में ब्रिटनी अपनी इंगेजमेंट रिंग दिखाती नजर आ रही हैं। इस वीडियो के कैप्शन में उन्होंने लिखा- मुझे यकीन नहीं हो रहा है। वीडियो में ब्रिटनी और सैम एक-दूसरे को Kiss करते भी नजर आ रहे हैं। बता दें कि ब्रिटनी जहां 39 साल की हैं वहीं उनके ब्वॉयफ्रेंड अभी सिर्फ 27 साल के हैं।
बता दें कि ब्रिटनी और सैम की पहली मुलाकात 2016 में म्यूजिक वीडियो 'स्लंबर पार्टी' के सेट पर हुई थी। इसके बाद धीरे-धीरे इनकी दोस्ती हो गई और फिर रिलेशनशिप में आ गए। ब्रिटनी की ये तीसरी शादी होगी। इससे पहले वे दो बार शादी कर चुकी हैं। ब्रिटनी ने 2004 में चाइल्डहुड फ्रेंड जेसन अलेक्जेंडर से शादी की थी। हालांकि, उनकी ये शादी महज कुछ घंटों में ही टूट गई थी। इसके बाद ब्रिटनी ने रैपर केविन फेडरलिन से दूसरी शादी की, जिनसे उनके दो बच्चे भी हैं। उनकी सेकेंड मैरिज भी ज्यादा नहीं चली और 2007 में उन्होंने केविन से तलाक ले लिया।
13 साल से ब्रिटनी के संरक्षक हैं पिता :
कुछ दिनों पहले ब्रिटनी पिता जेमी स्पीयर्स के साथ कंजर्वेटिवशिप (पिता के संरक्षण) को लेकर चर्चा में थीं। ब्रिटनी के पिता पिछले 13 सालों से उनके संरक्षक हैं। हालांकि, ब्रिटनी अब नहीं चाहतीं कि उनके पिता उनके संरक्षक बने रहें। ब्रिटनी 2014 से ही पिता के इस रोल से खुश नहीं हैं। पिछले साल ब्रिटनी के वकील सैमुअल डी इनघम ने कोर्ट से कहा था कि ब्रिटनी को पिता से डर लगता है, जो करीब उनकी 445 करोड़ रुपए की संपत्ति के संरक्षक हैं। ब्रिटनी के मुताबिक, उनके पिता ही करियर और जिंदगी से जुड़े सभी फैसले लेते हैं। ब्रिटनी ने कोर्ट में कहा था कि उनके इस अपमानजनक संरक्षण को खत्म किया जाए और उन्हें उनकी जिंदगी लौटा दी जाए।
क्या है कंजर्वेटिवशिप :
यह अमेरिका में एक तरह का कानून है, जिसमें कोर्ट किसी ऐसे शख्स के लिए संरक्षक का चुनाव करती है, जो मानसिक या शारीरिक रूप से खुद की देखभाल करने में सक्षम नहीं है। ऐसा, ज्यादातर बुजुर्ग या फिर मानसिक स्वास्थ्य से पीड़ित और सिजोफ्रेनिया जैसी बीमारी से जूझ रहे लोगों के लिए भी है।