रवींद्र नागर, रवि काना के नाम से भी पॉपुलर है, जो 16 सदस्यीय गिरोह चलाता है। सरिया और स्क्रैप सामग्री की अवैध खरीद और बिक्री में शामिल इस गैंगस्टर की गर्ल फ्रेंड काजल झा का दिल्ली का ₹100 करोड़ का बंगला सील कर दिया गया है। जानिए काजल झा कौन है।
अंबानी फैमिली लाइफस्टाइल में तो सबसे आगे है ही एक-दूसरे को दुनिया के सबसे महंगे गिफ्ट देने में भी यह भारतीय परिवार काफी आगे है। मुकेश अंबानी से लेकर नीता अंबानी तक जानिए अंबानी फैमिली के सदस्यों में अबतक एक-दूसरे को कौन-कौन से महंगे गिफ्ट दिये।
शिव नादर: भारतीय व्यापार जगत के दिग्गजों में, राजस्व के मामले में देश की तीसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी एचसीएल टेक्नोलॉजीज के संस्थापक और मानद चेयरमैन शिव नादर जैसे लोग न केवल कमाई करते हैं बल्कि परोपकार में भी उतने ही आगे रहते हैं। जानिए
कर्नाटक हाई कोर्ट में चल रहे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कार्यवाही सेशन के दौरान साइबर अटैक के कारण अश्लील कंटेंट लाइव होने के बाद कार्यवाही कुछ देर के लिए बाधित हो गई। जानें पूरी डिटेल।
Karwa Chauth 2023 Moonrise Time Live Updates: करवा चौथ 2023, आज 1 नवंबर को है। भारत में दिल्ली, मुंबई, चंडीगढ़, हरियाणा, कोटा, पटना, कोलकाता, भोपाल, इंदौर समेत शहरवार चंद्रोदय का समय और करवा चौथ पूजा शुभ मुहूर्त यहां चेक करें।
पाकिस्तान में इस वक्त आवाम को दो वक्त की रोटी नहीं नसीब हो रही है। पेट्रोल-डीजल की कीमते 300 रुपए के पार कर गई हैं। इसके बाद भी वह नपाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। शोध में खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान परमाणु शक्ति बढ़ाने पर काम कर रहा है।
भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन (Indian freedom movement) में हर धर्म, जाति और संप्रदाय के लोगों ने हिस्सा लिया था। कोई देश में रहकर भारतीयों की मदद कर रहा था तो विदेश में रहकर भी भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का हिस्सा बना।
भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में कई संत ऐसे हुए जिन्होंने विदेशी हुकूमत के खिलाफ वैचारिक लड़ाई लड़ी। उन्हीं में से एक थे अय्या वैकुंद जिन्हें वैकुंद स्वामी के नाम से भी जाना जाता था। उन्होंने ऐसे सामाजिक मुद्दे उठाए जिसके बारे में उस समय के लोग कल्पना भी नहीं कर सकते थे।
गणित में प्राचीन भारत का आश्चर्यजनक योगदान रहा है। यह आर्यभट्ट, भास्कर और संगमग्राम माधवन की भूमि है। जहां दशमलव और शून्य की खोज की गई। इस महान भारतीय गणितीय परंपरा की सबसे शानदार आधुनिक कड़ी श्रीनिवास रामानुजन थे।
भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान इंकलाब जिंदाबाद एक ऐसा नारा बन गया था, जो हर क्रांतिकारी का मूलमंत्र था। जब भी अंग्रेजों के विरोध में आवाजें उठतीं तो इंकलाब जिंदाबाद का ही नारा लगाया जाता था। न जाने कितने क्रांतिकारी तो यह नारा लगाकर फांसी के फंदे पर झूल गए।