आजादी के अमृत महोत्सव की इस कड़ी में आज बात वंदे मातरम गीत के रचियता बंकिम चंद चट्टोपाध्याय की। जिनकी कलम ने राष्ट्र के सोए हुए स्वाभिमान को जगाने का काम किया
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई में कई यूरोपीय लोगों का भी बड़ा योगदान है। उन्हीं में से एक थे बेंजामिन हार्निमैन (Benjamin Guy Horniman) जिन्होंने लंदन में रहकर भारतीयों के लिए काम किया।
सदगुरु (Sadhguru) ने BMW K1600 49GT बाइक का प्रयोग यूरोपियन टूर पर किया है। हालांकि भारत सहित दुनिया के अन्य देशों की यात्रा के लिए वे अलग-अलग बाइक चलाते हैं।
कई यूरोपीय हैं जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए समर्थन और कष्ट सहे। इन लोगों ने साबित कर दिया कि राष्ट्रवाद किसी देश या धर्म की संकीर्ण सीमाओं में बंधा नहीं है। उनमें से प्रमुख हैं प्रसिद्ध पत्रकार बेंजामिन गाइ हॉर्निमन।
मीरा बहन उन विदेशियों में प्रमुख नाम है जिन्होंने भारत की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। महात्मा गांधी की करीबी शिष्या, साथ में यात्रा करने वाली आंदोलन में कामरेड की भूमिका निभाने वाली मीरा भारत में 34 वर्षों तक रहीं।
इंग्लैंड में जन्म लेने वाली मेडेलीन स्लेड भारत की मीरा बहन कहलाईं। कौन थीं मीरा बहन गांधी के आदर्शों को कैसे अपनाया। आइये जानते हैं
भारत आजादी के अमृत महोत्सव मना रहा है इस कड़ी में हम आपको बता रहे हैं उस क्रांतिकारी की कहानी जिसे सिर्फ 18 साल की उम्र में फांसी के फंदे पर चढ़ा दिया गया
भारत अपनी आजादी का 75 वां वर्षगांठ मना रहा है। इस खास मौके पर हम आपको देश के उस सत्याग्रह के बारे में बता रहे हैं जो छूआछूत के खिलाफ किया गया। जिसे वैकोम सत्याग्रह कहा गया
नेशनल हेराल्ड केस (National Herald Case) में राहुल गांधी की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही हैं। उन्हें दूसरे दिन भी पूछताछ के लिए बुलाया गया था। इससे पहले 13 जून को राहुल गांधी पूछताछ के दौरान प्रवर्तन निदेशालय(ED) के अधिकारी उनके जवाब से संतुष्ट नहीं दिखे। पहले दिन उनसे करीब 10 घंटे पूछताछ हुई। इसमें देश-विदेश में बैंक बैलेंस और प्रॉपर्टी के संबंध में भी पूछताछ हुई।
ओके एसआर कुमारस्वामी मुदलियार ने जान देकर तिरंगे की रक्षा की थी। बचपन से ही वे राष्ट्रवादी आंदोलन के प्रति आकर्षित थे। उनका जन्म इरोड के पास चेन्निमलाई में एक गरीब बुनकर परिवार में हुआ था।