सार

झारखंड में प्लास्टिक उद्योग को बढ़ावा देने के लिए सरकार देवघर में 120 करोड़ रुपए की लागत से प्लास्टिक पार्क बनवा रही है।  जनवरी 2023 तक प्लास्टिक पार्क के निर्माण का पहला चरण पूरा हो जाएगा। युवाओं के पास रोजगार के भी मौके हैं। 

देवघर. झारखंड के देवघर में तेजी से विकास के काम हो रहे हैं। एम्स, एयरपोर्ट के बाद अब देवघर में प्लास्टिक पार्क का निर्माण होने वाला है। इसके लिए काम में तेजी लाई है। जानकारी के अनुसार अगले साल तक इस काम को लगभग पूरा कर लिया जाएगा। इस निर्माण कार्य का निरीक्षण करने झारखंड उद्योग सचिव देवघर पहुंची। यहां उन्होंने निर्माण कार्य का अवलोकन किया और अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिया। उद्योग सचिव ने संभावना जताई है कि जनवरी 2023 तक प्लास्टिक पार्क के निर्माण का पहला चरण पूरा हो जाएगा। इसके बाद राज्य के लोगों को बड़े पैमाने पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। 

पार्क के निर्माण कार्य का किया निरीक्षण
बीते दिन देवघर पहुंची झारखंड की उद्योग सचिव वंदना दाडेल ने अधीनस्थों के साथ निर्माणाधीन प्लास्टिक पार्क देवीपुर के पहले फेज का कामकाज देखा। इस दौरान दाडेल ने कहा कि इसके निर्माण के बाद यहां रोजगार की अपार संभावनाएं होंगी। अपने एक दिवसीय दौरे पर देवघर पहुंचीं वंदना दाडेल ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों को निर्माण कार्य को समय से पूरा कराने की हिदायत दी। सचिव ने बताया की उद्योग विभाग द्वारा कराए जा रहे रोजगार सृजन कार्य को जल्द पूरा करा लिया जाए। इधर एम्स के ठीक सामने प्लास्टिक पार्क के निर्माण और प्रदूषण से संबंधित सवाल पर उद्योग सचिव वंदना दाडेल ने कहा कि सभी मामलों को देखकर ही प्लास्टिक पार्क में उद्योग लगाने की अनुमति दी जाएगी। प्लास्टिक पार्क निरीक्षण के क्रम में उद्योग सचिव के साथ जिले के डीसी, नगर निगम के प्रशासक और कई अधिकारी मौजूद रहे। 

झारखंड में प्लास्टिक उद्योग को बढ़ावा देने के लिए सरकार देवघर में 120 करोड़ रुपए की लागत से प्लास्टिक पार्क बनवा रही है। जमीन अधिग्रहण का काम पूरा हो चुका है। सड़क निर्माण एवं अन्य कार्य किए जा रहे हैं। हम लोग उम्मीद कर रहे हैं कि अगले एक साल में यह पार्क बनकर तैयार हो जाएगा। ये जानकारी प्लास्टइंडिया फाउंडेशन के नेशनल प्रमोशन कमेटी (ईस्टर्न रीजन) के सह अध्यक्ष प्रकाश कुमार खेमानी ने दी है। उन्होंने बताया कि झारखंड में प्लास्टिक की खपत तेजी के साथ बढ़ रही है। करीब दो लाख 10 हजार करोड़ रुपये के प्लास्टिक की खपत यहां है। अगले आठ सालों में 24 से 26 मिलियन टन खपत बढ़ने की उम्मीद है। तीन माह पहले झारखंड सरकार ने हम लोगों को बुलाकर देवघर में बन रहे प्लास्टिक पार्क के बारे में चर्चा की थी। प्लास्टिक पार्क के लिए 100 एकड़ से ज्यादा जमीन देवीपुर में अधिग्रहण की गई है। केंद्र सरकार की इस महत्वाकाक्षी परियोजना से झारखंड की पहचान प्लास्टिक हब के रूप में बनेगी। 10 लाख से 10 करोड़ रुपये निवेश कर कोई भी इस पार्क में उद्यम लगा सकेगा।

घरेलू उपयोग के प्लास्टिक सामान बनेंगे
प्लास्टिक पार्क में घरेलू उपयोग के प्लास्टिक सामान बनाए जाएंगे। ऑटोमोबाइल और टेलीकम्युनिकेशन उद्योग में उपयोग होने वाले प्लास्टिक सामान भी पार्क के प्लाट में बनेंगे। इससे राज्य के बेरोजगार युवा के साथ उद्यमी भी लाभान्वित होंगे। 

प्लास्टिक पार्क में 120 करोड़ रुपये होंगे निवेश
उद्योग के लिए चिह्नित कुल 62.1 एकड़ जमीन में माइक्रो और मिनी उद्योगों के लिए 26.36 एकड़, स्मॉल इंडस्ट्रीज के लिए 8.65 एकड़, मीडियम इंडस्ट्रीज के लिए 12.22 एकड़ व लार्ज इंडस्ट्रीज के लिए 14.82 एकड़ जमीन चिह्नित किये गये है। उद्योगों में प्लास्टिक के खिलौने, बैग, लीफिनॉल बैग, पॉलिथीन बैग, प्लास्टिक बैरल, प्लास्टिक की टोपी, प्लास्टिक की बोतल-बाल्टी, टोकरी, बेसिन, मच्छरदानी, कटोरा जैसे घरेलू उत्पाद के निर्माण होंगे। देवीपुर प्लास्टिक पार्क में 120 करोड़ रुपये निवेश की संभावना है। प्लास्टिक पार्क में केंद्र व राज्य सरकार से कुल 67.33 करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे हैं।

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