सार
झारखंड के पलामू जिले से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां दबगों ने महादलित बिरादरी के 50 परिवारों के घरों को उजाड़ उन्हें बाहर निकाल दिया। इतना ही नहीं गरीबों से जबरदस्ती उनका अगूंठा लगवाकर घर भी अपने नाम कर लिए।
रांची. झाररखंड के पलामू में एक विशेष समुदाए के लोगों की दबंगई सामने आई है। पलमू जिले के पांडू प्रखंड के अल्पसंख्यक बहुल गांव मुरूमातु में लगभग 30 वर्षों से रह रहे महादलित बिरादरी के लगभग 50 मुसहर परिवारों के घरों को दबंगों ने उजाड़ दिया। सभी गांव में मिट्टी और खपरेल के मकान में रह रहे थे। इधर स्थानीय पुलिस कार्रवाई के लिए लिखित आवेदन का इंतजार कर रही है। महादलित समुदाय पलामू के ये लोग अब आशियाने के लिए भटक रहे हैं।
ऐसे दिखाई दबंगई
गांव वालों ने आरोप लगाया कि स्थानीय दंबग पहुंचे और जबरन उनके घर को ढाह दिया। इसके बाद बिरादरी के लोगों से हस्तलिखित सहमति पत्र पर दबंगों ने जबरदस्ती अंगूठा भी लगवा लिया। इसके बाद सभी को ट्रेक्टर और पिकअप में लादकर वहां से दूर छतरपुर प्रखंड के लाटो जंगल में ले जाकर छोड़ दिया। बता दें कि घटना स्थल से 10 मिनट की दूरी पर ही पुलिस थाना है, लेकिन इस दबंगई के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
बेघर हुए परिवारों ने कहा उनके पास जमीन के कागजात
स्थानीय लोगों का कहना है कि दलित परिवार की यह बस्ती स्टेट हाईवे पांडु छत्तरपुर के बगल में है। यह समुदाय इलाके में भिक्षाटन कर अपना जीवन यापन कर रहा था। महादलित परिवार का कोई भी व्यक्ति शिक्षित नहीं है। समुदाय का आरोप है कि यह उनकी जमीन है, इस जमीन पर एक संस्था धार्मिक का संचालन किया जाना है। पीड़ित परिवार सदस्यों का कहना है कि उनके पास जमीन से संबंधित सर्वे के कागजात भी हैं।
क्या कहते हैं अफसर
पांडू थाना प्रभारी धुमा किस्कू का कहना है कि मौके पर पुलिस बल को भेजा गया है। महादलित परिवार की तरफ से लिखित आवेदन नहीं मिला है। आवेदन मिलने के बाद पुलिस कार्रवाई करेगी। दोनों पक्षों को थाने बुलाया गया है।