सार
वास्तु शास्त्र के अनुसार हर दिशा का संबंध किसी न किसी ग्रह से होता है। अगर बर्थ डेट (मूलांक) को ध्यान में रखकर उससे संबंधित दिशा में वास्तु की एक-एक चीज़ रखी जाए तो इससे कई फायदे मिल सकते हैं। इससे न सिर्फ आपकी किस्मत चमक सकती है बल्कि धन लाभ भी हो सकता है।
उज्जैन. ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार, इसके लिए आपको अपनी जन्म तारीख को सिंगल डिजीट में निकलना होगा, यानी अगर आपकी जन्म तारीख 12 हैं तो आपका मूलांक होगा 1+2= 3, यदि आपकी जन्म तारीख 29 है तो आपका मूलांक होगा 2+9=11, रिजल्ट दो अंकों में आने पर इन दोनों अंकों को फिर से आपस में जोड़ दे 1+1=2।
अंक 1
मूलांक 1 वालों की शुभ दिशा पूर्व और संबंधित ग्रह सूर्य है। इस अंक वाले व्यक्ति को पूर्व दिशा में बांसुरी रखनी चाहिए।
अंक 2
उत्तर-पश्चिम दिशा से संबंधित ग्रह चंद्रमा है। मूलांक 2 वाले लोगों को इस दिशा में सफेद रंग का कोई शोपीस रखना चाहिए।
अंक 3
बृहस्पति से संबंधित दिशा उत्तर-पूर्व है। 3 मूलांक वाले लोगों को उत्तर-पूर्व दिशा में रुद्राक्ष रखना चाहिए।
अंक 4
दक्षिण-पश्चिम दिशा का स्वामी राहू है। 4 मूलांक के लोगों को इस दिशा में कांच की कोई वस्तु रखनी चाहिए।
अंक 5
उत्तर दिशा का स्वामी बुध ग्रह है। जिनका मूलांक 5 हो वो अपने घर की उत्तर दिशा में लक्ष्मी या कुबेरजी की मूर्ति लगाएं।
अंक 6
शुक्र का संबंध दक्षिण-पूर्व दिशा से है। जिन लोगों का मूलांक 6 हो वे इस दिशा में मोर पंख रखें।
अंक 7
जिनका मूलांक 7 है, वे उत्तर-पूर्व दिशा में रुद्राक्ष रखें। इस दिशा का स्वामी बृहस्पति हैं।
अंक 8
जिन लोगों का मूलांक 8 हो, वे अपने घर की पश्चिम दिशा में काले रंग का क्रिस्टल रखें। ये दिशा शनि ग्रह से संबंधित है।
अंक 9
जिनका मूलांक 9 हो वे घर की दक्षिण दिशा में पिरामिड रखें। ये दिशा मंगल ग्रह से संबंधित है।