सार
मंगल ग्रह 10 अगस्त से अस्त था, जो कि 21 नवंबर को उदय हो चुका है। हालांकि ज्योतिषियों में मंगल उदय के समय को लेकर मतभेद है। कुछ ज्योतिषियों का कहना है कि मंगल 29 नवंबर को उदय होगा। अस्त होते हुए ये सिंह और कन्या राशि से होते हुए अब तुला राशि में है।
उज्जैन. अस्त होने से इसके शुभ-अशुभ असर में कमी आ गई थी। अब उदय होने के बाद मंगल का प्रभाव बढ़ जाएगा। इस ग्रह के प्रभाव का प्रभाव सेना, पुलिस, प्रॉपर्टी के काम, आग, इलेक्ट्रॉनिक सामानों पर रहता है। इसलिए इनसे जुड़े बदलाव देखने को मिलते हैं। मंगल का उदय होना रियल एस्टेट और उद्योग जगत में तेजी का संकेत दे रहा है। देश की सुरक्षा पर पैसा खर्च होगा। प्रॉपर्टी खरीदी-बिक्री बढ़ेगी। जमीनों के दामों में अचानक उतार-चढ़ाव भी हो सकता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नए समझौते हो सकते हैं। आयात-निर्यात बढ़ेंगे।
बढ़ सकती है दुर्घटनाएं
- गुरु, मंगल का नवम पंचम राजयोग लोगों के बिगड़े काम बनाएगा। इस शुभ योग के प्रभाव से देश में तनाव और आंदोलन दबे हुए रहेंगे।
- बीमारियों और उपद्रवों में कमी आएंगी। लेकिन मंगल पर शनि की वक्र दृष्टि होने से भूकंप, लैंडस्लाइड और दुर्घटनाएं बढ़ने की आशंका भी बनी रहेगी।
- सोना-चांदी की कीमतें बढ़ सकती हैं। कपास, कपड़ों के भी दाम बढ़ने के योग हैं। अग्नि तत्व से जुड़ी चीजों यानी पेट्रोल, डीजल की कीमतों को लेकर बड़े फैसले हो सकते हैं।
वृष, सिंह और धनु राशि के लिए शुभ समय
- मंगल के राशि परिवर्तन का शुभ प्रभाव वृष, सिंह और धनु राशि वाले लोगों पर पड़ेगा। इन राशि वालों की जॉब और बिजनेस के लिए अच्छा समय रहेगा।
- वहीं, मेष, मिथुन, तुला, मकर और कुंभ राशि वालों पर मंगल का मिला-जुला असर दिखेगा। यानी सफलता तो मिलेगी लेकिन खर्चा, मेहनत और भागदौड़ भी रहेगी।
- कर्क, कन्या, तुला, वृश्चिक और मीन राशि वालों पर मंगल का अशुभ असर रहेगा। इन राशियों के लोगों को सेहत संबंधी परेशानी हो सकती है।
अशुभ असर से बचने के लिए ये उपाय करें
- मंगल के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए शहद खाकर घर से निकलना चाहिए।
- लाल चंदन का तिलक लगाएं। लाल फूलों से हनुमानजी की पूजा करें। सिंदूर लगाएं।
- मंगलवार को तांबे के बर्तन में अनाज भरकर हनुमान मंदिर में दान करना चाहिए।
- मिट्टी के बर्तन में खाना खाएं। मसूर की दाल का दान करें।
- पानी में थोड़ा सा लाल चंदन मिलाकर नहाएं।