सार

जल्द ही साल 2021 का आखिरी महीना आरंभ होने जा रहा है। दिसंबर के महीने में कई ग्रह अपनी राशि बदलने वाले हैं। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार एक निश्चित अंतराल पर ग्रह एक राशि से दूसरी राशि में विराजमान होते हैं। ग्रहों का गोचर करना ज्योतिष शास्त्र में काफी महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है।

उज्जैन. ग्रहों के गोचर से इसका प्रभाव सभी राशियों (Zodiac Signs) के लोगों पर पड़ता है। दिसंबर के महीने में कुल मिलाकर 4 ग्रह अपनी राशि परिवर्तन करेंगे। इसमें मंगल, शुक्र, बुध और सूर्य प्रमुख ग्रह हैं। इनके अलावा चंद्रमा हर ढाई दिन में राशि बदलेगा। जिसके चलते कई शुभ-अशुभ योग निर्मित होंगे। ग्रहों के राशि परिवर्तन के अलावा इस महीने में और भी कई विशेष घटनाएं होंगी। आगे जानिए दिसंबर 2021 में कब कौन-सा ग्रह बदलेगा राशि और खास बातें…  

दिसंबर में कब-कब होगा ग्रहों का राशि परिवर्तन
- सबसे पहले 5 दिसंबर, रविवार को ग्रहों का सेनापति और महान पराक्रमी माने जाने वाले मंगल तुला से वृश्चिक राशि में गोचर करेंगे।
- मंगल के राशि परिवर्तन के बाद 08 दिसंबर, बुधवार को सुख, संपन्नता और वैभव प्रदान करने वाले शुक्र ग्रह धनु से मकर राशि में प्रवेश करेंगे।
- 16 दिसंबर, गुरुवार को सूर्य वृश्चिक राशि से निकलकर धनु राशि में प्रवेश करेंगे। ऐसा होता है खरमास शुरू हो जाएगा। धनु राशि में पहले से ही बुध स्थित है। सूर्य और बुध के योग बुधादित्य नाम के शुभ योग का निर्माण होगा।
- इसके बाद 19 दिसंबर, रविवार को शुक्र व्रकी होकर भ्रमण करेंगे। शुक्र के वक्री होने से सभी राशियों पर इसका असर होगा।
- 29 दिसंबर, बुधवार को बुध का मकर राशि में गोचर होगा और माह के आखिर में यानी 30 दिसंबर को शुक्र धनु राशि में वक्री हो जाएंगे।

4 दिसंबर को सूर्यग्रहण (Solar Eclipse)
साल 2021 का अंतिम सूर्यग्रहण 4 दिसंबर को होगा। हालांकि ये ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए यहां इसका कोई धार्मिक महत्व जैसे सूतक आदि मान्य नहीं होगा, लेकिन ज्योतिषीय नजरिए से इसका महत्व जरूर रहेगा। 4 दिसंबर को होने वाला सूर्यग्रहण दक्षिण अफ्रीका, आस्ट्रेलिया, दक्षिणी अटलांटिक महासागर, अंटार्कटिका, दक्षिणी हिंद महासागर आदि क्षेत्रों में देखा जाएगा।

16 दिसंबर से शुरू होगा खर मास (Kharmas)
धर्म ग्रंथों के अनुसार, जब सूर्य गुरु की राशि धनु और मीन में रहता है, उस समय को खर मास कहते हैं। इस बार सूर्य 16 दिसंबर को धनु राशि में प्रवेश करेगा। ऐसा होते ही खर मास शुरू हो जाएगा। खर मास 14 जनवरी 2022 तक रहेगा। इस दौरान कोई भी मांगलिक कार्य नहीं हो सकेंगे। धार्मिक दृष्टिकोण से खर मास का विशेष महत्व बताया गया है।