सार
आज (2 जनवरी, रविवार) पौष मास की अमावस्या तिथि है। हिंदू पंचांग में पितरों को समर्पित सभी दिनों में पौष महीने की अमावस्या का खास महत्व होता है। क्योंकि पौष का पूरा महीना ही पितरों को समर्पित होता है। इसे छोटा पितृ पक्ष भी कहा जा सकता है।
उज्जैन. माना जाता है कि पौष महीने में पितरों के लिए पिंडदान करने से उन्हें तृप्ति मिलती है और वे वैकुंठ की ओर प्रस्थान करते हैं। साथ ही विधि-विधान से की गई पूजा पाठ व स्मरण से उनके वंशजों को उनका आशीर्वाद मिलता है। इस बार अमावस्या तिथि के साथ सिद्धि, शुभ और सर्वार्थसिद्धि नाम के 3 शुभ योग भी बन रहे हैं। इससे इसका महत्व और भी बढ़ गया है। आगे जानिए इस तिथि से जुड़ी खास बातें…
शुभ मुहूर्त
पौष अमावस्या शुरू: 2 जनवरी सुबह 3.43 पर
पौष अमावस्या खत्म: 3 जनवरी सुबह 5.26 पर
घर पर ही करें पवित्र स्नान
वैसे तो अमावस्या तिथि पर किसी पवित्र नदी में स्नान करने की परंपरा है, लेकिन ऐसा संभव न हो तो घर में ही किसी तीर्थ का जल मिलाकर स्नान करें। अगर तीर्थ का जल न हो तो नीचे लिखे श्लोक को बोलकर स्नान करें। इससे भी शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
गंगे च यमुने चैव गोदावरि सरस्वति।।
नर्मदे सिन्धु कावेरि जलऽस्मिन्सन्निधिं कुरु।।
तिथि का महत्व
अमावस्या पर किसी पवित्र नदी में स्नान, पूजा, जाप और तप की विशेष परंपरा है। अमावस्या के दिन गंगा स्नान कर पूजा करने से साधक की समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं, साथ ही पितरों के निमित्त दान करने से पितर संतुष्ट होते हैं। इस तिथि को पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए शुभ माना गया है। अत: अमावस्या के दिन श्रद्धालु पवित्र नदियों और सरोवर में स्नान कर तिल तर्पण भी करते हैं।
पितरों की प्रसन्नता के लिए करें ये काम
1. अमावस्या के दिन स्नान-ध्यान के साथ ही भगवान कृष्ण की पूजा करें और गीता का पाठ करें।
2. सूर्य देव को अर्घ्य देने के बाद पितरों का तर्पण करें। तांबे के पात्र में शुद्ध जल, लाल चंदन और लाल रंग के पुष्प डालकर सूर्य देव को अर्घ्य दें।
3. पितरों की आत्मा की शांति के लिए उपवास करें और किसी गरीब व्यक्ति को दान-दक्षिणा दें।
4. पीपल के वृक्ष में जल दें और दीपक लगाएं।
ये खबरें भी पढ़ें...
Life Management: गुरु ने शिष्य को दिया खास दर्पण, शिष्य ने उसमें गुरु को देखा तो चौंक गया…क्या था उस दर्पण में
Life Management: युवक ने पूछा सफलता का सूत्र, संत उसे नदी में ले गए और पानी में डूबाने लगे…इसके बाद क्या हुआ?
Life Management: बाढ़ आई तो सभी गांव से चले गए, लेकिन एक आदमी ने कहा “मुझे भगवान बचाएंगे”…क्या सचमुच भगवान आए?
Life Management: संत ने एक आदमी को बड़ा पत्थर उठाकर चलने को कहा…जब उसके हाथ दुखने लगे तो संत ने क्या किया?