सार

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब सूर्य गुरु ग्रह की राशि धनु में प्रवेश करते हैं तब एक माह के लिए खरमास शुरू हो जाता है। खरमास लगने पर किसी भी तरह का शुभ कार्य करना वर्जित हो जाता है। सूर्यदेव जैसे ही धनु राशि की अपनी यात्रा समाप्त कर मकर राशि में प्रवेश करते हैं वैसे खरमास खत्म हो जाता है।

उज्जैन. खरमास लगने पर किसी भी तरह का शुभ कार्य करना वर्जित हो जाता है। सूर्यदेव जैसे ही धनु राशि की अपनी यात्रा समाप्त कर मकर राशि में प्रवेश करते हैं वैसे खरमास खत्म हो जाता है। 14 जनवरी की रात लगभग 9 बजे सूर्य राशि परिवर्तन धनु से मकर में आ चुके हैं यानी अब मांगलिक कार्य किए जा सकेंगे। 16 मार्च तक विवाह आदि कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त रहेंगे। 

खरमास खत्म, शुरू होंगे मांगलिक कार्य 
शास्त्रों में खरमास के समय को अच्छा नहीं माना जाता। खरमास में सूर्य की शक्ति कमजोर होने से शुभ कार्य एक महीने के लिए थम जाते हैं। अब जैसे ही सूर्य धनु राशि से निकलकर शनि की राशि मकर में प्रवेश कर चुके वैसे ही सभी तरह के शुभ कार्य दोबारा से आरंभ हो गए है। खरमास के महीने में सगाई,विवाह, मुंडन संस्कार, गृह प्रवेश, नई दुकान या प्रतिष्ठान खोलना आदि जैसे मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है। अब जैसे ही खरमास खत्म हो गया है सभी मांगलिक कार्य शुरू हो गए हैं। आइए जानते हैं आगे आने वाले कुछ महीनों में कब-कब है मांगलिक कार्य करने के शुभ मुहूर्त....

विवाह के लिए शुभ तिथियां
जनवरी 2022- खरमास खत्म होते ही पहला विवाह का शुभ मुहूर्त 22 जनवरी को है। फिर इसके बाद अगला शुभ मुहूर्त 23, 24 और 25 जनवरी को है जिसमें विवाह कार्य संपन्न किया जा सकता है।
फरवरी 2022- फरवरी के महीने में विवाह का पहला शुभ मुहूर्त 04 फरवरी को है, फिर इसके बाद 05, 06, 07, 08,10,18 और 19 फरवरी को विवाह के लिए शुभ मुहूर्त है।
मार्च 2022- मार्च के महीने में विवाह के लिए कोई भी शुभ मुहूर्त नहीं है।

गृह प्रवेश मुहूर्त की शुभ तिथियां
फरवरी- 5 फरवरी, शनिवार , 11 फरवरी, शुक्रवार, 18 फरवरी, शुक्रवार और 19 फरवरी शनिवार       
मार्च - 26 मार्च,  शनिवार 

14 मार्च से फिर शुरू हो जाएगा खर मास
14 मार्च को सूर्य मीन राशि में प्रवेश करेगा। ये भी गुरु ग्रह की राशि है इसलिए सूर्य के मीन राशि में जाते ही खर मास पुन: प्रारंभ हो जाएगा। 14 अप्रैल तक सूर्य इसी राशि में रहेगा। इसलिए इस दौरान भी मांगलिक कार्यों पर रोक लगी रहेगी।

 

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