सार
8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत का निधन हो गया। उनके साथ 11 अन्य सैन्यकर्मियों की भी इस दुर्घटना में मौत हो गई, जबकि एक ग्रुप कैप्टन की हालत गंभीर है।
उज्जैन. देश के पहले पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत की मौत से पूरे देश में शोक की लहर है। वैसे तो हादसे की वजह खराब मौसम और लो विजिबिलिटी को माना जा रहा है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कारण पता नहीं चल पाया है। ज्योतिषीय दृष्टिकोण से देखा जाए तो इस समय मंगल और केतु वृश्चिक राशि में है। इन दोनों ग्रहों के एक ही राशि में होने अंगारक योग बन रहा है। Asianetnews Hindi के सहयोगी और पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र ने 7 दिसंबर को प्रकाशित खबर के माध्यम से पहले ही इस ओर इशारा कर दिया था कि सेना से जुड़ी कोई बड़ी दुर्घटना मंगल और केतु के अशुभ योग के कारण हो सकती है। और 8 दिसंबर को ऐसी ही खबर सुनने को मिली। आगे जानिए इस मंगल और केतु की युति के कारण क्यों बनते हैं दुर्घटना के योग…
मंगल-केतु की युति
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मंगल अग्नि तत्व का कारक ग्रह है। इसे देवताओं का सेनापति भी कहते हैं, इसलिए ये सीधे तौर पर सेना का प्रतिनिधित्व करता है। वृश्चिक इसकी स्वयं की राशि है। डॉ. मिश्र के अनुसार केतु की युति होने से मंगल की उग्रता इस समय अधिक बनी हुई है क्योंकि केतु मंगल का शत्रु ग्रह है। जब भी मंगल के साथ राहु या केतु की युति होती है, दुर्घटनाओं और प्राकृतिक आपदाओं का योग बनता है।
सूर्य-केतु का संबंध
इस समय वृश्चिक में तीसरा जो ग्रह है, वो है सूर्य। सूर्य और मंगल तो मित्र हैं लेकिन यहां भी राहु, सूर्य से शत्रुता का भाव रखता है। सूर्य के साथ केतु होने से अशुभ फल मिलते हैं और घटना-दुर्घटना के योग बनते हैं। मंगल, केतु और सूर्य का एक साथ होना बहुत कम बार होता है। केतु इन दोनों ग्रहों से शत्रुता का भाव रखता है जिसकी वजह से इन ग्रहों के शुभ फलों में कमी आती है और दुर्घटना के योग बनते हैं।
16 जनवरी तक रहेगा अंगारक योग
डॉ. मिश्र के अनुसार सूर्य, मंगल और केतु की युति 16 जनवरी तक बनी रहेगी। इस दौरान दूसरी घटनाएं भी हो सकती हैं। देश में साम्प्रदायिक तनाव बढ़ सकता है। तापमान में गिरावट से ठंड बढ़ेगी। मंगल-राहु के परस्पर दृष्टि से देश की जनता में अराजकता फैलेगी। ईंधन के मूल्य में वृद्धि संभव है। औद्योगिक संस्थानों में हड़ताल व तालाबंदी की स्थिति भी दिखाई देगी।
ये है उस खबर की लिंक जिसमें सेना से जुड़ी दुर्घटना होने की आशंका जताई गई थी-
यह भी पढ़ें
World Media की नजर में Bipin Rawat: डॉन ने की तारीफ, NYT ने लिखा- चीन को आंखें दिखा बाइडेन के करीब आए रावत
Bipin Rawat Plane Crash: 6 चश्मदीदों ने बताई दर्दनाक कहानी, पहले लगा धरती फट रही-सैकड़ों लोग मरते अगर..
देश के अखबारों का Bipin Rawat को आखिरी सलाम... किसी ने लिखा- राष्ट्रीय शॉक, किसी ने कहा- 'The Last Salute'