सार
इस बार 11 जनवरी को शनिवार और पुष्य नक्षत्र का योग बन रहा है। अगर आपकी कुंडली में शनि दोष है तो इस दिन शानि पाताल क्रिया करने से आपकी परेशानियां दूर हो सकती हैं।
उज्जैन. ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार 11 जनवरी, शनिवार को दोपहर में लगभग 2.40 से पुष्य नक्षत्र प्रारंभ होगा, जो रविवार की दोपहर लगभग 1.50 तक रहेगा। इसलिए शनिदेव से जुड़े उपाय दोपहर बाद करना ही ठीक रहेगा। अगर आपकी कुंडली में शनि दोष है तो इस दिन शानि पाताल क्रिया करने से आपकी परेशानियां दूर हो सकती हैं।
इस विधि से करें शनि पाताल क्रिया
- शनि पुष्य योग से पहले शनिदेव की लोहे की एक प्रतिमा बनवा लें। अब शनि पुष्य के शुभ योग में इस प्रतिमा की पूजा करें और इस मंत्र का जाप करें- ऊं शं न देवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये शंयोरभि स्त्रवन्तुन:।।
- इसके बाद किसी पंडित से दशांश हवन करवाएं और ऐसे स्थान पर एक गड्ढा खोदें जहां से आपका फिर कभी निकलना न हो। इस गड्ढे में शनिदेव की प्रतिमा को इस प्रकार रखें कि उनका मुंह पाताल की ओर हो।
- इस गड्ढे को मिट्टी से भरकर समतल कर दें। इसके बाद शनिदेव से प्रार्थना करें। ये उपाय सच्ची श्राद्धा से किया जाए तो शनि दोषों से हमेशा के लिए मुक्ति मिल सकती है।