सार

9 जून, मंगलवार से शुक्र ग्रह उदय हो चुका है। इसके साथ ही मांगलिक और शुभ कामों पर लगी रोक भी हट गई है। काशी के ज्योतिषाचार्य पं. गणेश मिश्र के अनुसार, शुक्र ग्रह 30 मई को अपनी ही राशि वृष में अस्त हो गया था, जिसके कारण मांगलिक कामों पर रोक लगी हुई थी।

उज्जैन. अब शुक्र के उदय होने के साथ ही विवाह, गृह प्रवेश और यज्ञोपवीत जैसे शुभ काम किए जा सकेंगे। इस दौरान देवताओं के गुरु बृहस्पति भी अपने उच्च रस्मों के साथ चलायमान होने के कारण शुभ मांगलिक कार्यों में उनका आशीर्वाद रहेगा। इस दौरान 8 दिन शुभ लग्न की स्थिति बनेगी, लेकिन 29 जून को भड़ली नवमी का बड़ा योग होने से इस दिन वैवाहिक कार्यक्रमों ज्यादा रहेंगे। इसके बाद 1 जुलाई को देवशयनी एकादशी होने से अगले 4 महीने तक विवाह, सगाई और गृह प्रवेश जैसे मांगलिक काम नहीं किए जा सकेंगे। 25 नवंबर को देव प्रबोधिनी एकादशी फिर से शुभ कार्य शुरू होंगे।

उदय होने से मिलने लगेंगे इसके शुभ प्रभाव
शुक्र ग्रह के अपनी ही राशि वृष में उदय होने से इसके शुभ फल मिलने लगेंगे। ये ग्रह वैवाहिक जीवन, सुख और भोग विलास का कारक है। इसके उदय होने के प्रभाव से दांपत्य सुख बढ़ेगा। कुछ लोगों की सेहत संबंधी परेशानी भी दूर हो जाएगी।

इस साल में विवाह के शुभ मुहूर्त 
जून -11, 13, 15, 16, 25, 27, 29 व 30
नवंबर- 25, 27 व 30
दिसंबर- एक, 7, 9, 10 व 11 दिसंबर तक शुभ मुहूर्त है।