सार
हिंदू धर्म में हर काम शुभ मुहूर्त देखकर ही किया जाता है और मुहूर्त की जानकारी पंचांग से मिलती है। हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से जाना जाता है। पंचांग के माध्यम से समय एवं काल की सटीक गणना की जाती है।
उज्जैन. पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बना होता है। ये पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण है। यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू मास एवं पक्ष आदि की जानकारी देते हैं। आगे जानिए 14 जनवरी 2022, शुक्रवार (Panchang January 14, 2022) के शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय आदि संपूर्ण जानकारी…
आज की तिथि और पर्व
14 जनवरी, शुक्रवार को विक्रम संवत 2078, जिसका नाम आनन्द है, के पौष मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है, जो रात 10.19 तक रहेगी। इसके बाद त्रयोदशी तिथि प्रारंभ हो जाएगी, जो 14 जनवरी, शनिवार की रात 1 बजे तक रहेगी। इस दिन मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा।
शुभ योग और मुहूर्त
14 जनवरी, शुक्रवार को रोहिणी नक्षत्र रात 9 बजे तक रहेगा। इसके बाद मृगशिरा नक्षत्र प्रारंभ हो जाएगा। शुक्रवार को पहले रोहिणी नक्षत्र होने से मित्र और उसके बाद मृगशिरा नक्षत्र होने से मानस नाम के 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं। इस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 05:38 से 06:26 तक रहेगा। अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12.14 से 12.57 तक रहेगा। अमृत काल शाम 04.40 से 06.29 तक रहेगा। अभिजीत मुहूर्त और अमृत काल में शुभ कार्य किए जा सकते हैं।
ये है राहु काल का समय
14 जनवरी, शुक्रवार को राहूकाल सुबह 11:15 से दोपहर 12:35 तक रहेगा। इसके अलावा यम गण्ड दोपहर 03.16 से शाम 04:37 तक, कुलिक सुबह 08:34 से 09:55 तक, दुर्मुहूर्त सुबह 09:23 से 10:05 तक रहेगा। ये सभी अशुभ काल यानी समय है। इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें।
ग्रहों की स्थिति
14 जनवरी, शुक्रवार की रात लगभग 9 बजे सूर्य धनु से निकलकर मकर राशि में प्रवेश होगा।
चंद्रमा वृषभ राशि में रहेगा। शुक्र ग्रह (वक्री) धनु राशि में, बुध मकर राशि में और शनि मकर राशि में, गुरु कुंभ राशि में, राहु वृषभ और केतु व मंगल वृश्चिक राशि में रहेंगे।
इस दिशा में न करें यात्रा
शुक्रवार को पश्चिम दिशा में दिशाशूल लगता है। संभव हो तो इस दिशा में यात्रा न करें। इस दिन जौ खाकर अथवा दूध पीकर सफर पर निकलें।