सार
14 जून 2022 को ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा तिथि है। इस दिन अनुराधा नक्षत्र होने से मुग्दर नाम का अशुभ योग बन रहा है। इसके अलावा साध्य नाम का एक शुभ योग भी इस दिन रहेगा।
उज्जैन. ज्योतिषियों द्वारा हर साल का नया पंचांग बनाया जाता है, जिसमें हर दिन के शुभ मुहूर्त, राहुकाल आदि की संपूर्ण जानकारी दी जाती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पंचांग मुख्य रूप से 5 अंगों से मिलकर बनता है ये हैं करण, तिथि, नक्षत्र, वार और योग। पंचांग में वो सभी जानकारी आसानी से मिल जाती है, जो हमारे लिए जरूरी है। ज्योतिषियों की मानें तो ग्रह, नक्षत्र व कुछ बातों को ध्यान में रखकर एक पूर्ण सटीक पंचांग बनाया जाता है। वर्तमान में कौन-सा संवत्सर चल रहा है, उसका नाम क्या है इसकी जानकारी भी पंचांग में बताई जाती है। वैसे तो हमारे देश में कई तरह के पंचांग प्रचलित है, लेकिन उन सभी में विक्रम पंचांग प्रमुख है। जानिए आज के पंचांग से जुड़ी खास बातें…
आज किया जाएगा वट सावित्री पूर्णिमा व्रत
धर्म ग्रंथों के अनुसार, ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा पर वट सावित्री पूर्णिमा का व्रत किया जाता है। इस बार ये तिथि 14 जून, मंगलवार को है। इस व्रत में बरगद के पेड़ के नीचे शिव-पार्वती, ब्रह्मा-सावित्री, सत्यवान-सावित्री और यमराज की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन व्रत और पूजा करने से पति की उम्र लंबी होती है और परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है। ज्येष्ठ पूर्णिमा पर पवित्र नदी में स्नान कर पितरों के निमित्त श्राद्ध-तर्पण करने का भी विशेष महत्व है। इससे पितृ दोष शांत होता है।
14 जून का पंचांग (Aaj Ka Panchang 14 June 2022)
14 जून 2022, दिन मंगलवार को ज्येष्ठ मास पूर्णिमा तिथि रहेगी। इस दिन वट सावित्री पूर्णिमा की व्रत किया जाएगा। मंगलवार को सूर्योदय ज्येष्ठा नक्षत्र में होगा, जो पूरे दिन रहेगा। मंगलवार को अनुराधा नक्षत्र होने से मुग्दर नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है। इसके अलावा साध्य नाम का एक शुभ योग भी इस दिन बन रहा है। इस दिन राहुकाल दोपहर 03:48 से शाम 05:29 तक रहेगा। इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें।
ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार से होगी...
मंगलवार की शाम को चंद्रमा वृश्चिक राशि से निकलकर धनु में प्रवेश करेगा। सूर्य और बुध वृषभ राशि में, राहु और शुक्र मेष राशि में, केतु तुला राशि में, मंगल व गुरु मीन में और शनि कुंभ राशि में रहेंगे। मंगलवार को उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि निकलना पड़े तो गुड़ खाकर यात्रा पर जाना चाहिए।
14 जून के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- ज्येष्ठ
पक्ष- शुक्ल
दिन- मंगलवार
ऋतु- ग्रीष्म
नक्षत्र- ज्येष्ठ
करण- बव और बालव
सूर्योदय - 5:44 AM
सूर्यास्त - 7:09 PM
चन्द्रोदय - 7:21 PM
चन्द्रास्त - 6:10 AM
अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:00 से 12:53 तक
14 जून का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 9:05 AM – 10:46 AM
कुलिक - 12:27 PM – 2:07 PM
दुर्मुहूर्त - 08:25 AM – 09:19 AM और 11:23 PM – 12:05 AM
वर्ज्यम् - 02:09 PM – 03:33 PM
आकाश मंडल का 18वां नक्षत्र है ज्येष्ठा, इसे माना गया है अशुभ
ज्योतिष शास्त्र में 27 नक्षत्र बताए गए हैं। इनमें से छह नक्षत्रों को अशुभ माना गया है। ज्योतिष की भाषा में इन नक्षत्रों को गण्डमूल कहा जाता है। इन्हीं अशुभ नक्षत्रों में से एक है ज्येष्ठा। आकाश मंडल में इस नक्षत्र का स्थान 18वां है। इस नक्षत्र में बच्चे का जन्म होना अशुभ माना जाता है। इस अशुभ फल से बचने के लिए विशेष पूजा करने का विधान है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले बच्चे नौकरी करें या बिजनेस दोनों में ही इन्हें सफलता मिलती है। बुध इस नक्षत्र का स्वामी है जो इन्हें बुद्धिमान और बिनजेस में निपुण बनाता है।