सार
हिंदू धर्म में हर काम शुभ मुहूर्त देखकर ही किया जाता है और मुहूर्त की जानकारी पंचांग से मिलती है। हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से जाना जाता है। पंचांग के माध्यम से समय एवं काल की सटीक गणना की जाती है।
उज्जैन. पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बना होता है। ये पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण है। यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू मास एवं पक्ष आदि की जानकारी देते हैं। आगे जानिए 21 जनवरी 2022, शुक्रवार (Panchang January 21, 2022) के शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय आदि संपूर्ण जानकारी…
आज की तिथि और पर्व
21 जनवरी, शुक्रवार को विक्रम संवत 2078, जिसका नाम आनन्द है, के माघ मास के कृष्ण पक्ष की तृतिया तिथि है। जो सुबह 9 बजे तक रहेगी। इसके बाद चतुर्थी तिथि प्रारंभ हो जाएगी, जो 22 जनवरी, शनिवार को 09.15 तक रहेगी। इस दिन तिल चतुर्थी का व्रत किया जाएगा।
शुभ योग और मुहूर्त
21 जनवरी, शुक्रवार को मघा नक्षत्र सुबह 9.15 तक रहेगा। इसके बाद पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र 22 जनवरी, शनिवार को सुबह 9.31 तक रहेगी। शुक्रवार को पहले मघा नक्षत्र होने से काण नाम का अशुभ योग और उसके बाद पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र होने से सिद्धि नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है। 21 जनवरी को ब्रह्म मुहूर्त सुबह 05:37 से 06:25 तक रहेगा। इस दिन अभिजित मुहूर्त दोपहर 12.16 से 12.59 तक रहेगा। अमृत काल रात 03.59 से 05.39 तक रहेगा। अभिजित मुहूर्त और अमृत काल में शुभ कार्य किए जा सकते हैं।
ये है राहु काल का समय
21 जनवरी, शुक्रवार को राहूकाल सुबह 11:17 से 12:38 तक रहेगा। इसके अलावा यम गण्ड दोपहर 03.20 से 04:41 तक, कुलिक सुबह 08:34 से 09:56 तक, दुर्मुहूर्त सुबह 09:23 से 10:06 तक रहेगा। ये सभी अशुभ काल है यानी इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें।
ग्रहों की स्थिति
21 जनवरी, शुक्रवार को चंद्रमा सिंह राशि में, सूर्य, शनि और बुध मकर राशि में, शुक्र ग्रह (वक्री) धनु राशि में, गुरु कुंभ राशि में, राहु वृषभ और केतु वृश्चिक में व मंगल धनु राशि में रहेंगे।
इस दिशा में न करें यात्रा
शुक्रवार को पश्चिम दिशा में दिशाशूल लगता है। इसलिए इस दिशा में यात्रा न करें। अगर बहुत जरूरी हो तो जौ खाकर अथवा दूध पीकर सफर पर निकलें।