सार

Aaj Ka Panchang: 21 अक्टूबर, शुक्रवार को पहले मघा नक्षत्र होने से काण नाम का अशुभ योग और इसके बाद पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र होने से सिद्धि नाम का शुभ योग बनेगा। इसके अलावा शुक्ल और ब्रह्म नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। 

उज्जैन. ज्योतिष शास्त्र में पंचांग के 5 अंग बताए गए हैं, ये हैं – तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। इन सभी की सूक्ष्म गणना करने पर सटीक पंचाग बनाया जाता है। तिथियों की संख्या 16 है व योग और नक्षत्रों की संख्या 27। करण 11 हैं और वार 7। शुभ मुहूर्त आदि देखते समय इन सभी पर विचार जरूर किया जाता है। आगे पंचांग से जानिए आज कौन-कौन से शुभ योग बनेंगे, कौन-सा ग्रह किस राशि में रहेगा और राहु काल व अभिजीत मुहूर्त का समय…

आज करें रमा एकादशी व्रत
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को रमा एकादशी कहते हैं। इस दिन भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए व्रत व पूजा की जाती है। इस बार ये व्रत 21 अक्टूबर को किया जाएगा। मान्यता है कि रमा एकादशी का व्रत करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है और हर संकट दूर हो जाता है। रमा देवी लक्ष्मी का ही एक नाम है। दीपावली से ठीक पहले आने के कारण इस तिथि का विशेष महत्व है।

21 अक्टूबर का पंचांग (Aaj Ka Panchang 21 October 2022)
21 अक्टूबर 2022, दिन शुक्रवार को कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि शाम 05:23 तक रहेगी। इसके बाद द्वादशी तिथि आरंभ होगी। इस दिन मघा नक्षत्र दोपहर 12:28 तक रहेगा, इसके बाद पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। शुक्रवार  को पहले मघा नक्षत्र होने से काण नाम का अशुभ योग और इसके बाद पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र होने से सिद्धि नाम का शुभ योग बनेगा। इसके अलावा शुक्ल और ब्रह्म नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल सुबह 10:46 से दोपहर 12:11 तक रहेगा। 
 
ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी...
शुक्रवार को चंद्रमा सिंह राशि में, सूर्य और शुक्र तुला राशि में, बुध कन्या राशि में, मंगल मिथुन राशि में, शनि मकर राशि में (वक्री), राहु मेष राशि में, गुरु मीन राशि में (वक्री) और केतु तुला राशि में रहेंगे। शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। अगर यात्रा करना जरूरी हो तो जौ या राईं खाकर घर से बाहर निकलें।

21 अक्टूबर के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- कार्तिक
पक्ष- कृष्ण
दिन- शुक्रवार
ऋतु- शरद
नक्षत्र- मघा और पूर्वा फाल्गुनी
करण- बालव और कौलव
सूर्योदय - 6:30 AM
सूर्यास्त - 5:52 PM
चन्द्रोदय - Oct 21 2:27 AM
चन्द्रास्त - Oct 21 3:39 PM
अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11:48 से दोपहर 12:34 तक

21 अक्टूबर का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 3:02 PM – 4:27 PM
कुलिक - 7:55 AM – 9:20 AM
दुर्मुहूर्त - 08:46 AM – 09:32 AM, 12:34 PM – 01:19 PM
वर्ज्यम् - 08:56 PM – 10:37 PM


ये भी पढ़ें-

Diwali Puja 2022: जानिए लक्ष्मी पूजा में कितने दीपक जलाना चाहिए और क्यों?

Dhanteras 2022: 22 अक्टूबर, दिन शनिवार को है धनतेरस, राशि अनुसार जानिए इस दिन क्या खरीदें...

Dhanteras 2022: 178 साल बाद धनतेरस पर ग्रहों का दुर्लभ संयोग, 22 को दीपदान और 23 को करें धन्वंतरि पूजा