सार
हस्तरेखा ज्योतिष में हथेली के अंदर सूर्य से लेकर राहु-केतु तक सभी ग्रहों के अलग-अलग स्थान बताए गए हैं। हथेली की इन जगहों को पर्वत कहते हैं। सबसे छोटी उंगली के नीचे बुध पर्वत होता है। ये पर्वत देखकर व्यक्ति की बौद्धिक क्षमता के बारे में पता चलता है।
उज्जैन. भारतीय ज्योतिष शास्त्र में हाथ की रेखाओं का बड़ा महत्व है। हस्तरेखा ज्योतिष में हथेली के अंदर सूर्य से लेकर राहु-केतु तक सभी ग्रहों के अलग-अलग स्थान बताए गए हैं। हथेली की इन जगहों को पर्वत कहते हैं। सबसे छोटी उंगली के नीचे बुध पर्वत होता है। ये पर्वत देखकर व्यक्ति की बौद्धिक क्षमता के बारे में पता चलता है। हम आपको बता रहे हैं बुध पर्वत से जुड़ी खास बातें......
1. जिन लोगों की हथेली में बुध पर्वत पर खड़ी रेखाएं होती हैं, उनका दिमाग तेज चलता है। उन्हें घर-परिवार और समाज में मान-सम्मान मिलता है। इन्हें कई उपलब्धियां भी हासिल होती हैं।
2. बुध पर्वत पर रेखाओं की जाली हो तो ये अशुभ चिह्न होता है। इसकी वजह से बुद्धि संबंधी कामों में बाधाएं आती हैं।
3. अगर बुध पर्वत उभरा हो तो व्यक्ति का मानसिक स्तर काफी ऊंचा होता है। ऐसे लोग अपनी बोलने की शैली से दूसरों को प्रभावित कर लेते हैं।
4. यदि हथेली के अन्य पर्वतों की तुलना में बुध ज्यादा उभरा हुआ दिखता है तो व्यक्ति अच्छा प्रबंधक होता है।
5. जिन लोगों की हथेली में बुध पर्वत अधिक उभरा हुआ होता है वो लोग जल्दी बूढे़ नहीं होते। इन लोगों के चेहरे पर हमेशा मुस्कान रहती है।
6. शुभ बुध पर्वत व्यक्ति को लाभ के अवसर पहचानने की कला प्रदान करता है। ये लोग श्रेष्ठ वक्ता होते हैं। वाणी से संबधित कामों में लाभ कमाते हैं।
7. बुध पर्वत बहुत ज्यादा दबा हुआ दिखाई दे, तो व्यक्ति बुद्धि से संबंधित कामों में सफलता प्राप्त नहीं कर पाता है। ऐसे लोगों के जीवन में पैसों की तंगी रहती है।
8. अगर किसी व्यक्ति के हाथों में बुध पर्वत बहुत ज्यादा उभरा दिखाई देता है तो व्यक्ति बहुत चालाक होता है। हस्तरेखा में ऐसा पर्वत का शुभ नहीं माना जाता है।
9. जिस व्यक्ति के हाथ में बुध पर्वत साफ और सुंदर दिखता है, वह व्यक्ति सभी सुख प्राप्त करता है।
10. यदि बुध पर्वत पर गड्डा दिखता है या ये पर्वत चपटा है तो व्यक्ति अंधविश्वासी हो सकता है। ऐसे लोगों को समाज में मान-सम्मान नहीं मिल पाता है। ये लोग दिमाग से जुड़े काम में सफल नहीं हो पाते हैं।