सार
29 अप्रैल को शनि ग्रह राशि बदलकर मकर से कुंभ में आ चुका है। शनि ने ढाई साल बाद राशि परिवर्तन किया है और 30 साल बाद कुंभ राशि में प्रवेश किया है। हालांकि इस राशि में शनि ज्यादा समय तक नहीं रहेगा।
उज्जैन. ज्योतिषियों के अनुसार, 5 जून को शनि वक्री हो जाएगा और पीछे की ओर गति करते हुए 12 जुलाई को पुन: मकर राशि में प्रवेश कर जाएगा। इसके बाद शनि ग्रह पूरे साल मकर राशि में ही रहेगा। इसके बाद अगले साल 17 जनवरी 2023 को शनि ग्रह पुन: कुंभ राशि में प्रवेश करेगा। इस तरह शनि इस साल सिर्फ 75 दिन तक ही कुंभ राशि में रहेगा, बाकी समय मकर राशि में ही रहेगा। आगे जानिए शनि के राशि परिवर्तन से जुड़ी खास बातें…
कुंभ राशि में बनेगी मंगल-शनि की युति
- ज्योतिषियों के अनुसार, शनि राशि बदलकर कुंभ में आ चुका है। इस राशि में पहले से ही मंगल ग्रह स्थित है। इस तरह कुंभ राशि में मंगल-शनि की युति बन रही है। ये युति 17 मई तक रहेगी।
- इसके बाद मंगल ग्रह राशि बदलकर मीन में प्रवेश कर जाएगा। शनि-मंगल का एक ही राशि में होना अशुभ माना जाता है। इन दोनों के एक ही राशि में होने से आतंकी घटनाएं बढ़ सकती हैं।
- महत्वपूर्ण पद वालों को सुरक्षा और सेहत का खासतौर से ध्यान रखना होगा। देश-दुनिया में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ सकती है। हिंसा से जुड़ी घटनाएं बढ़ सकती हैं।
- बदलते मौसम के चलते सेहत से जुड़ी परेशानियां बढ़ सकती है। लू चलने से जीवन पर संकट बना रहेगा। शेयर बाज़ार में विशेष उथल-पुथल हो सकती है। पड़ोसी देशों में तनाव बढ़ेगा।
इन 3 राशि वालों पर हो सकता है अशुभ प्रभाव
शनि-मंगल के अशुभ योग का असर कर्क, वृश्चिक और मीन राशि वालों पर सबसे अधिक देखने को मिलेगा। इन राशि वाले को व्यवहार में उग्रता आ सकती है, जिसके चलते इनके रिश्तें बिगड़ सकते हैं। नौकरी और बिजनेस में भी उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। इन राशि के लोगों को लेन-देन में सावधानी रखनी होगी, नहीं तो बड़ा नुकसान हो सकता है। इन लोगों को वाहन चलाते समय सावधानी रखने की जरूरत है क्योंकि चोट-मोच के योग भी बन रहे हैं।