सार
इस बार शनि जयंती शुभ योगों में 22 मई, शुक्रवार को मनाई जाएगी। इस समय शनिदेव स्वयं की राशि मकर में गुरु के साथ स्थित हैं।
उज्जैन. इस बार शनि जयंती शुभ योगों में 22 मई, शुक्रवार को मनाई जाएगी। इस समय शनिदेव स्वयं की राशि मकर में गुरु के साथ स्थित हैं। लॉकडाउन के चलते श्रृद्धालु मंदर जाकर पूजा-अनुष्ठान नहीं कर पाएंगे, लेकिन वे घर पर ही शनिदेव की पूजा कर उनकी कृपा पा सकते हैं।
पीतांबरा ज्योतिष पीठ की ज्योतिषविद् अर्चना सरमंडल के अनुसार, ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि 21 मई की रात 9.37 से शुरू होगी और 22 मई रात 11.09 तक रहेगी। इस दिन कृत्तिका नक्षत्र रहेगा, जिसके स्वामी सूर्य हैं। इस दिन करण शोभन और योग चतु रहेगा। इन शुभ संयोगों के कारण शनि जयंती पर शनिदेव की पूजा शुभ फल प्रदान करेगी।
इन 5 राशियों को मिल सकती है राहत
इस समय धनु, मकर और कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है। साथ ही मिथुन और तुला पर ढय्या का प्रभाव है। इन राशि के लोगों के लिए शनि जयंती शनिदेव की कृपा पाने का अचूक अवसर है। इस दिन शनिदेव की पूजा और कुछ विशेष उपाय करने से इन राशि वालों की परेशानियां कुछ कम हो सकती हैं।
शनि जयंती का राशिफल
मेष- शनि कर्म भाव में है, निश्चित ही नए कार्य का अनुभव होगा।
वृष- शनि धार्मिक भाव में है, जिससे यश और कीर्ति में वृद्धि होने के योग हैं।
मिथुन- शनिदेव अष्टम भाव में हैं, इससे गुप्त संपत्ति मिल सकती है, स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
कर्क- शनि सातवें भाव में है, इसके कारण पारिवारिक विवाद की संभावना बन रही है, कार्य में भी परिवर्तन हो सकता है।
सिंह- नया काम शुरू कर सकते हैं, लेकिन शत्रु पक्ष परेशान कर सकता है।
कन्या- मेहनत ज्यादा करनी पड़ेगी और फल रुक-रुक मिलेगा।
तुला- सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी, पढ़ाई में सफलता मिल सकती है।
वृश्चिक- शनि पराक्रम भाव में है, नया काम शुरू कर सकते हैं, लेकिन शत्रुओं से सावधान रहना होगा।
धनु- परिवार से सहयोग मिलेगा, लेकिन विवाद से बचना होगा।
मकर- इनकम से स्त्रोत बढ़ सकते हैं लेकिन वाणी पर नियंत्रण रखना होगा।
कुंभ- शनि व्यय भाव में है, स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान रखें, काम में प्रगति होगी।
मीन- शनि धन भाव में है, जितनी मेहनत करेंगे, उतनी सफलता मिलेगी।