सार

ज्योतिष में 9 ग्रह माने गए हैं, इनमें से राहु और केतु को छाया ग्रह माना गया है। इन सभी का असर हमारे जीवन पर पड़ता है।

उज्जैन. ये 9 ग्रह जब अशुभ स्थिति में होते हैं तो हमें अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रफु्ल्ल भट्‌ट के अनुसार, दैनिक जीवन में कुछ बातों का ध्यान रखने से भी ग्रहों के दोष शांत हो सकते हैं। जानिए किस ग्रह की शांति के लिए दैनिक जीवन में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए-

सूर्य- सूर्य को झूठ पसंद नहीं है। इसलिए झूठ से बचें। अगर आप झूठ से दूर रहते हैं तो सूर्य अपने आप आपको बेहतर परिणाम देने लगेगा।
चंद्रमा- अगर चंद्रमा से शुभफल चाहिए तो आपको अपने आसपास सफाई का ध्यान रखना चाहिए। गंदगी राहु का प्रतीक है, चंद्रमा को सबसे ज्यादा डर राहु का होता है। अगर आप सफाई पसंद हैं तो चंद्रमा और राहु दोनों ही कभी बुरा असर नहीं देंगे।
मंगल- अगर कुंडली में मंगल खराब है तो साल में एक-दो बार रक्तदान जरूर करें। अपने भाइयों से संबंध अच्छे रखें।
बुध- बुध एक नपुंसक ग्रह है। किन्नरों का सम्मान करें। अगर आप किन्नरों का अपमान करते हैं तो बुध आपको बुरा असर देता है।
गुरु- गुरु बड़ों के सम्मान का प्रतीक है। अगर गुरु का शुभ प्रभाव चाहिए तो अपने गुरु और अपने से बड़े लोगों का अपमान कभी ना करें।
शुक्र- ये नारी का प्रतीक ग्रह है। जो लोग स्त्री का अपमान करते हैं या उनको बुरी नजर से देखते हैं उनको शुक्र बुरा असर देता है। इसलिए स्त्री का सम्मान करने की आदत डालें।
शनि- शनि श्रम और न्याय का देवता है। अगर आप अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते हैं, गरीब लोगों का अपमान करते हैं तो शनि बुरा असर दिखाता है। इसलिए शनि का अच्छा फल पाने के लिए अपने अधीनस्थ कर्मचारियों का सहयोग करें।
राहु-केतु- इन दोनों से शुभ फल पाने के लिए बुरी आदतों जैसे- शराब आदि का त्याग करें।