सार
ग्रहों के राशि और नक्षत्र परिवर्तन का दौर शुरू हो गया है, जो 30 जनवरी 2020 तक चलेगा। ज्योतिषियों के अनुसार शनि वर्ष गणना के अनुसार 30 साल बाद ग्रह-युति योग का भी संयोग बन रहा है।
उज्जैन. बृहस्पति वर्ष गणना से 12 साल बाद ग्रहों की ऐसी स्थिति बन रही है, जिनसे चतुर्ग्रही व पंचग्रही योग बनेंगे। इन परिवर्तनों का असर मौसम और जलवायु के साथ सामान्य जनजीवन पर भी दिखाई देगा।
चतुर्ग्रही व पंचग्रही संयोग
ज्योतिषियों के अनुसार ग्रहों की युति और दृष्टि संबंध सहित बनने वाले चतुर्ग्रही व पंचग्रही योग कई सालों में बनते हैं। वैज्ञानिक खगोलीय मान्यता भी इनके साथ जुड़ी होने से इनका महत्व बढ़ जाता है। पंचागीय गणना के अनुसार दिसंबर व जनवरी में ग्रहों का राशि व नक्षत्र परिवर्तन या प्रवेश की स्थिति बन रही है। यह स्थिति चतुर्ग्रही व पंचग्रही युति के रूप में दिखाई देगी। धनु राशि में पहले से गुरु, शनि व केतु मौजूद है। सूर्य के प्रवेश से चतुर्ग्रही युति योग बनेगा। धनु राशि में इन चार ग्रहों को मिथुन राशि स्थित राहु पर समसप्तक दृष्टि संबंध बनेगा। इस दृष्टि से पूर्व तथा उत्तर दिशा के राज्यों में प्राकृतिक बदलाव होने की संभावनाएं हैं। बारीश, बर्फबारी और ओलावृष्टि के रूप में इसका असर भी दिखेगा। यह असर 30 जनवरी 2020 तक रहेगा। इसके बाद बदलाव होने लगेंगे।
कब कौन सा ग्रह राशि एवं नक्षत्र बदलेगा
20 दिसंबर- गुरु का मूल नक्षत्र में प्रवेश, अस्त होंगे
23 दिसंबर- शुक्र का श्रवण नक्षत्र में प्रवेश, उदय होंगे
24 दिसंबर- बुध का वृश्चिक राशि से धनु में प्रवेश, मूल नक्षत्र में
26 दिसंबर- शनि का उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में प्रवेश
27 दिसंबर- शनि अस्त होंगे
24 जनवरी से सूर्य व शनि पिता-पुत्र एक ही राशि में
24 जनवरी को शनि का मकर राशि में प्रवेश करते ही सूर्य व शनि युति बनेगी। ये पिता-पुत्र एक ही राशि में रहेंगे। इनका अच्छा असर न्याय, सामाजिक मूल्य का प्रभाव बढ़ेगा तथा प्राकृतिक विपदाओं में कमी आएगी।
25 को धनु राशि में पंचग्रही योग, 26 को सूर्यग्रहण
25 दिसंबर को धनुराशि में पंचग्रही योग बनेगा। 26 को सूर्यग्रहण धनु राशि, मूल नक्षत्र पर होगा। इससे ठंड बढ़ने के साथ देश में अराजकता जैसी स्थिति बन सकती है। शासन इस पर सख्ती दिखाएगा। 28 से स्थिति सामान्य होने लगेगी। यह ग्रहण भारत में दिखाई देगा। इसका स्पर्श सुबह 8.08 बजे तथा मोक्ष 10.58 बजे होगा। ग्रहों के परिवर्तन व सूर्य ग्रहण का असर सभी राशियों पर होगा। खासकर धनु राशि वाले लोगों के लिए ग्रहण अशुभ है। वृषभ, कन्या, व मकर के लिए भी ये ग्रह अच्छा नहीं रहेगा।