सार
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों से संबंधित कोई दोष होते हैं तो भाग्य का साथ नहीं मिल पाता है। कुंडली के दोषों को दूर करने के लिए ज्योतिष में कई उपाय बताए गए हैं। इन उपायों को करते रहने से निकट भविष्य में सकारात्मक फल मिलने की संभावनाएं बढ़ सकती हैं।
उज्जैन. शास्त्रों में पत्नी को पति का आधा अंग बताया गया है, इसीलिए पत्नी को अद्धांगिनी कहा जाता है। पत्नी पूजा-पाठ करती है तो उसका पुण्य उसके पति को भी मिलता है। ज्योतिष में कुछ ऐसे उपाय बताए गए हैं जो स्त्री करती है तो उसके पति का दुर्भाग्य दूर हो सकता है। यहां जानिए उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार एक ऐसा उपाय जो महिला को करना है, जिससे उसके पति को भाग्य का साथ मिल सकता है।
स्त्रियां होती हैं लक्ष्मी का स्वरूप
महालक्ष्मी की कृपा के बिना पैसों से जुड़ा कोई भी काम ठीक से पूरा नहीं हो सकता है। जिन लोगों पर देवी मां की कृपा बनी रहती हैं, वे जीवन में धन की कमी का सामना नहीं करते हैं। मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए कई प्रकार के उपाय बताए हैं। इन्हीं उपायों में से एक उपाय ऐसा है जो स्त्रियों को करना चाहिए। शास्त्रों में स्त्रियों को महालक्ष्मी का रूप माना जाता है। इसलिए जब महिला कोई पूजा-पाठ करती है तो उसका फल पति के साथ ही पूरे परिवार को मिलता है।
ये है उपाय की विधि
उपाय के अनुसार महिला को सुबह जल्दी उठना है। उठते ही सबसे पहले अपनी दोनों हथेलियां देखें और जमीन पर पैर रखते समय धरती माता से क्षमा मांगे। पूरे घर की सफाई करें। स्नान आदि कर्म करने के बाद साफ वस्त्र पहनें और घर के मंदिर में पूजा करें। पूजा में तांबे के लोटे में पानी भरकर भी रखें। पूजा के बाद उस लोटे में भरा जल अशोक के पत्तों से घर के मुख्य द्वार पर और पूरे घर में जल छिड़कना है। इसके बाद तुलसी में एक लोटा जल चढ़ाएं। भगवान से परेशानियां दूर करने की प्रार्थना करें।
इस उपाय से मिलते हैं ये फल
ऐसा माना जाता है कि सुबह-सुबह महालक्ष्मी पृथ्वी भ्रमण पर निकलती हैं। इस दौरान जिन घरों में साफ-सफाई और पवित्रता का पूरा ध्यान रखा जाता है, वहां लक्ष्मी निवास करती हैं। तांबे के लौटे से पानी छिड़कने से घर के आसपास का वातावरण पवित्र हो जाता है। नकारात्मकता नष्ट हो जाती है। जब घर का वातावरण पवित्र हो जाएगा तो सभी देवी-देवताओं की विशेष कृपा हम पर और हमारे परिवार पर होने लगेगी। घर में ही सुख-समृद्धि बढ़ सकती है।