सार

स्पोर्ट्स वियर ब्रांड एडिडास ने ब्रा का ऐसा अश्लील विज्ञापन बनाया कि हंगामा मच गया है। इस विज्ञापन में 24 महिलाओं के ऊपरी हिस्से को न्यूड दिखा गया था। एडिडास ने कहा था यह न्यूडिटी  नहीं है, लेकिन यूनाइटेड किंगडम में लोगों के विरोध को देखते हुए इसे बैन कर दिया गया है।

नई दिल्ली। एडिडास जर्मनी की मशहूर स्पोर्ट्स ब्रांड कंपनी है। फिलहाल यह कंपनी अपने एक विज्ञापन की वजह से विवादों में घिरी हुई है। दरअसल, हाल ही में एडिडास ने स्पोर्ट्स ब्रा का विज्ञापन बनाया था। यह विज्ञापन जब सार्वजनिक हुआ तो इसे देखकर लोग हैरान रह गए। कंपनी ने इस विज्ञापन में 24 महिलाओं के ऊपरी हिस्से को न्यूड दिखाया था। इसे देखकर कई लोग और सामाजिक संस्थाएं भड़क गईं। 

लोगों ने इसे अश्लील बताया और बैन करने की मांग की। विरोध प्रदर्शन हुए और विज्ञापन पर विवाद बढ़ा तो यूनाइटेड किंगडम में इसे बैन कर दिया गया। हालांकि, एडिडास ने अपनी सफाई में इसे अश्लील नहीं माना है। एडिडास की ओर से कहा गया कि यह न्यूडिटी नहीं है। इसे सेक्सुअल या अश्लील माने जाने से इंकार करते हुए इस कंपनी ने अपनी सफाई में कहा, हम स्तन को केवल एक महिला के शरीर के हिस्से के तौर पर दिखाना चाहते थे। 

हर महिला अपने हिसाब से फिट ब्रा चुन सके 
बहरहाल, सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर इसका विरोध तेजी से हो रहा है। वहीं, ट्विटर ने तो इस पर एडिडास का साथ दिया और इसे न्यूडिटी नहीं मानते हुए विज्ञापन को शर्तो का उल्लंघन नहीं बताया। बता दें कि कंपनी ने प्रचार के लिए विज्ञापन में 24 महिलाओं के नंगे स्तन दिखाए हैं, जिसके बाद मामले में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। कंपनी ने अपने विज्ञापन में बताया कि हमारा मानना है कि महिलाओं के सभी साइज और आकार के स्तन को सपोर्ट तथा आराम की जरूरत होती है। हम नए स्पोर्ट्स ब्रा रेंज लाए हैं, जिससे हर महिला अपने हिसाब से फिट ब्रा चुन सके। 

यह विज्ञापन एक तरह से महिलाओं का अपमान
दो अन्य बैनर में महिलाओं के स्तनों के चित्र दिखाए गए हैं। कंपनी ने इस विज्ञापन पर अपनी सफाई पेश करते हुए कहा कि सिर्फ इसी वजह हमने नई स्पोर्ट्स ब्रा नहीं बनाई है। बता दें कि विज्ञापन वास्तव में अश्लील है और एशियानेट हिंदी  उसे अपने पेज पर नहीं दिखा सकता। वहीं, यूनाइटेड किंगडम की एडवर्टाइज स्टैंडर्ड अथॉरटी ने इस मुद्दे पर बयान जारी करते हुए कहा, हमें 24 शिकायतें मिली हैं और इनमें कहा गया है कि विज्ञापनों में बिना वजह महिलाओं की नग्नता को दिखाया है। यह एक तरह का यौन शोषण है और इसके जरिए उनका अपमान करने का प्रयास किया गया है। इस पर बैन लगाया जाना चाहिए। 

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