सार

डायबिटीज के मरीजों के लिए शुगर फ्री मिठाई एक बेहतरीन विकल्प है, लेकिन कई बार यह परफेक्ट नहीं बन पाती है। सही शुगर रिप्लेसमेंट का चयन न करना, मिठास की मात्रा का ध्यान नहीं रखना आदि कुछ ऐसी गलतियां हैं जो लोग अक्सर करते हैं।

आज के समय में बहुत से लोगों को डायबिटीज की बीमारी है, जिसके चलते लोग त्योहारों में चीनी युक्त मिठाई का सेवन नहीं कर पाते हैं। बता दें कि डायबिटीज के मरीजों के लिए मार्केट और घर दोनों जगहों पर शुगर फ्री मिठाई बनाई जाती है, लेकिन बहुत से लोगों से यह परफेक्ट नहीं बन पाती है जिससे पोषण वैल्यू भी कम हो जाती है और स्वाद भी। ऐसे में आज हम आपको शुगर फ्री मिठाई बनाने की कुछ टिप्स और गलतियों के बारे में बताएंगे, जिसे आपको मिठाई बनाते वक्त नहीं दोहराना है।

शुगर फ्री मिठाई बनाते वक्त न करें ये गलतियां

1. सही शुगर रिप्लेसमेंट का चयन न करना

शुगर-फ्री मिठाइयों के लिए सही मिठास के विकल्प को चुनना बहुत जरूरी है। सभी शुगर रिप्लेसमेंट समान नहीं होते, कुछ मिठास विकल्प, जैसे स्टीविया या एरिथ्रिटोल, मिठाइयों को कड़वा बना सकते हैं। इसलिए अपने स्वाद के अनुसार सही विकल्प चुनें।

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2. मिठास की मात्रा का ध्यान नहीं रखना

शुगर-फ्री मिठास देने वाले विकल्पों का स्वाद और टेक्सचर अलग होती है, इसलिए इसका सही मात्रा में इस्तेमाल करना जरूरी है। कई बार इसकी अधिक मात्रा में इस्तेमाल से मिठाई का स्वाद बिगड़ सकता है।

3. अत्यधिक तेल या घी का उपयोग करना

लोग अक्सर शुगर-फ्री मिठाइयों में स्वाद को बेहतर बनाने के लिए अधिक घी या तेल का उपयोग कर लेते हैं। इससे मिठाई कैलोरी में तो कम हो सकती है, लेकिन फैट की मात्रा बढ़ सकती है, जिससे मिठाई हेल्दी नहीं रह जाती।

4. नेचुरल मिठास का उपयोग न करना

खजूर, अंजीर और शहद जैसी नेचुरल मिठास देने वाली सामग्रियों का उपयोग किया जा सकता है। इससे न केवल मिठास मिलती है, बल्कि पौष्टिक तत्व भी मिलते हैं। बहुत से लोग इसका उपयोग करने से बचते हैं, लेकिन यह शुगर फ्री मिठाई के लिए नेचुरल ऑप्शन है।

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5. मिठाई की बनावट पर ध्यान न देना

शुगर-फ्री मिठाइयों में टेक्स्चर पर ध्यान देना भी जरूरी है। चीनी मिठाइयों को एक खास बनावट देती है, लेकिन शुगर रिप्लेसमेंट के इस्तेमाल से मिठाई में खास बनावट की कमी हो जाती है। इसके लिए सामग्री का सही अनुपात और सही तापमान का ध्यान रखना जरूरी है।