दाल-भात से बिरयानी तक, ये 7 फेमस इंडियन डिशेज असल में विदेशी हैं
7 Indian dishes that are not Indian: दाल-भात, समोसा, बिरयानी समेत 7 ऐसे इंडियन डिश है जो कहलाते भारतीय हैं, लेकिन ओरिजिन यानी पैदाइश कहीं और की है। आइए बताते हैं उनके नाम और कहां से इंडिया में आया।

बिरयानी – फारसी स्वाद की देन
बिरयानी को भारत में जितना प्यार मिला, उतना शायद ही किसी डिश को मिला हो। लेकिन इसका जन्म फारस (ईरान) में हुआ था और यह मुगलों के जरिए भारत आई थी। समय के साथ इसने हर राज्य में अपनी खास पहचान बना ली।
चिकन टिक्का मसाला – स्कॉटलैंड की रचना
नाम सुनते ही भारतीयता की खुशबू आती है, लेकिन यह डिश ग्लासगो (स्कॉटलैंड) के एक रेस्टोरेंट में 1971 में बनाई गई थी। वहां एक शेफ ने सूखा चिकन टिक्का स्वादिष्ट बनाने के लिए ग्रेवी जोड़ दी और यहीं से इसकी शुरुआत हुई।
दाल-भात – नेपाल की खास थाली
दाल भात हर भारतीय थाली का अहम हिस्सा है। बिहार और पूर्वोत्तर भारत में तो एक वक्त का खाना यही है। लेकिन दाल भात भारत का नहीं हैं। इसका मूल नेपाल है। वहां यह एक परंपरागत और दैनिक भोजन है।
गुलाब जामुन – भूमध्यसागरीय मिठास
गुलाब जामुन भारत की हर शादी और त्योहार का हिस्सा है। लेकिन यह मिठाई असल में मेडिटेरेनियन रीजन (भूमध्यसागर क्षेत्र) से भारत आई थी। यह 'लुक्मत अल-कादी' नाम की एक डिश से प्रेरित है।
जलेबी – फारसी मिठाई
जलेबी जितनी भारतीय लगती है, उतनी ही इसकी कहानी विदेशी है। इसका जन्म मध्य एशिया और फारस में हुआ और इसका नाम था 'Zulabiya'। भारत आकर इसका स्वाद और रूप दोनों बदल गए।
नान – ईरान से आया
आज के तंदूरी नान की कहानी भी दिलचस्प है। यह ब्रेड ईरान और मध्य एशिया में बनती थी और भारत में मुगलों के साथ आई। आज यह हर रेस्टोरेंट का सुपरहिट आइटम है।
समोसा की कहानी
भारतीय चाय का साथी 'समोसा' असल में मध्य पूर्व (Middle East) से आया है। यह "संबुसक" नाम से जाना जाता था और भारत में आकर आलू की भरावन और मसालों के साथ नई पहचान मिली।