Repotting Plants in Winter: ठंड में पौधे का गमला बदलना सही है या गलत? जानें कब सर्दियों में रिपॉटिंग जरूरी होती है और कब इससे नुकसान हो सकता है। सही सावधानियों और टिप्स के साथ पौधे को विंटर शॉक से बचाएं और उसे स्वस्थ बनाए रखें।
Best Time to Change Plant Pot: सर्दियों में पौधों की ग्रोथ धीरे हो जाती है, इसलिए कई लोग इस मौसम में गमला बदलने को लेकर कंफ्यूज रहते हैं। सवाल यह है कि ठंड में पौधे का गमला बदलना सही है या गलत? जवाब सीधा नहीं है, ये पौधे की किस्म, मौसम और रिपॉटिंग के तरीके पर निर्भर करता है। सही समय और सही सावधानी के साथ किया गया रिपॉटिंग पौधे को नुकसान नहीं पहुंचाता, बल्कि कई बार फायदेमंद भी साबित होता है।
सर्दियों में पौधों की ग्रोथ क्यों धीमी हो जाती है

ठंड के मौसम में पौधे एक तरह के रेस्टिंग फेज में चले जाते हैं। इस समय उनकी जड़ों की ग्रोथ कम होती है और पोषक तत्वों का अवशोषण कम हो जाता है। यही कारण है कि बिना जरूरत के गमला बदलने से पौधे को शॉक लग सकता है और वह मुरझाने लगता है।
कब सर्दियों में गमला बदलना सही होता है
अगर पौधे की जड़ें पूरी तरह गमले से बाहर निकल आई हों, मिट्टी में फंगस लग गया हो, या पानी देने के बाद भी गमला तुरंत सूख जाता हो, तो ऐसी स्थिति में सर्दियों में भी गमला बदला जा सकता है। इसके अलावा, अगर पौधा बीमार है या रूट रॉट का खतरा है, तो रिपॉटिंग जरूरी हो जाती है, भले ही मौसम ठंड का क्यों न हो।
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कब सर्दियों में गमला बदलना गलत माना जाता है
अगर पौधा पूरी तरह स्वस्थ है, नई पत्तियां नहीं निकाल रहा और सिर्फ इसलिए गमला बदला जा रहा है क्योंकि वह पुराना लग रहा है, तो यह गलत है। बहुत ज्यादा ठंड, पाला पड़ने वाले इलाकों या दिसंबर-जनवरी की तेज सर्दी में रिपॉटिंग से पौधे को नुकसान पहुंच सकता है।
सर्दियों में गमला बदलते समय जरूरी सावधानियां
- गमला बदलते समय हल्की और अच्छी ड्रेनेज वाली मिट्टी यूज करें।
- गमले का साइज बहुत बड़ा न लें-सिर्फ 1-2 इंच बड़ा पर्याप्त होता है।
- रिपॉटिंग के बाद तुरंत पानी न डालें, 24 घंटे बाद हल्का पानी दें।
- पौधे को कुछ दिन तक सीधी धूप से बचाकर रखें ताकि वह नए गमले में एडजस्ट कर सके।
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