Rabies Symptoms: कुत्ते, चमगादड़ या अन्य जंगली जीवों के काटने या खरोंचने से रेबीज होता है। सवाल है कि रेबीज के शुरुआती लक्षण क्या हैं और क्या इसे पहचाने के बाद जीवन को बचाया जा सकता है। आइए जानते हैं, इसके बारे में।
Rabies Prevention Tips: रेबीज एक जानलेवा वायरल बीमारी है, जो नर्वस सिस्टम पर हमला करती है और एक बार लक्षण दिखने के बाद लगभग हमेशा घातक साबित होती है। यह बीमारी ज्यादातर संक्रमित जानवरों जैसे कुत्ते, चमगादड़ या अन्य जंगली जीवों के काटने या खरोंचने से फैलती है। कई बार रेबीज के वायरस हफ्तों या महीनों तक शरीर में छुपा रहता है। धीरे-धीरे इनके लक्षण दिखने शुरू होते हैं। तो चलिए जानते हैं, इसके शुरुआती लक्षण और क्या लक्षण दिखने के बाद मरीज को बचाया जा सकता है।
रेबीज के शुरुआती 6 लक्षण
काटे गए स्थान पर झनझनाहट या दर्द
जानवर के काटने या खरोंचने वाली जगह पर जलन, खुजली या सुन्नपन होने लगता है। यह रेबीज का पहला संकेत हो सकता है।
बुखार और फ्लू जैसे लक्षण
थकान, सिरदर्द, बदन दर्द और कमजोरी जैसे सामान्य लक्षण शुरुआत में नजर आते हैं, जिन्हें लोग अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं।
लार ज्यादा आना या निगलने में दिक्कत
गले की मांसपेशियां प्रभावित होने लगती हैं, जिससे पानी पीने या खाना निगलने में परेशानी होती है और लार लगातार टपकती रहती है।
पानी से डर (हाइड्रोफोबिया)
रेबीज के एक लक्षण में यह भी शामिल है। गले में ऐंठन के कारण पानी पीने की कोशिश में घबराहट या डर लगना रेबीज का प्रमुख लक्षण है।
बेचैनी, भ्रम या चिंता
वायरस दिमाग तक पहुंचने पर मानसिक लक्षण सामने आते हैं। मरीज में गुस्सा, भ्रम, घबराहट या अजीब व्यवहार दिख सकता है।
मांसपेशियों में ऐंठन और लकवा
गर्दन या पीठ की मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन शुरू हो सकती है। धीरे-धीरे यह लकवे का रूप ले लेती है और मरीज कोमा में जा सकता है।
सवाल-क्या रेबीज के शुरुआती लक्षण दिखने पर मरीज को बचाया जा सकता है?
जवाब-जैसे ही रेबिज के शुरुआती लक्षण (Symptoms) दिखाई देने लगते हैं, तब तक इसका कोई इलाज नहीं होता। मतलब, अगर इंसान में रेबीज के क्लिनिकल लक्षण शुरू हो गए, तो लगभग हमेशा इसका नतीजा मौत ही होता है। दुनिया में अब तक केवल बहुत ही गिने-चुने केस ऐसे हुए हैं, जहां व्यक्ति लक्षण शुरू होने के बाद भी बच पाया है।
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सवाल-रेबीज से कैसे करें बचाव?
जवाब- रेबीज का संक्रमण मामूली खरोंच या संक्रमित लार के संपर्क से भी हो सकता है। इसलिए किसी भी जानवर के काटने या खरोंचने के बाद तुरंत घाव को धोएं और डॉक्टर से संपर्क करें। रेबिज होने से पहले इलाज संभव है।
सवाल- क्या करना चाहिए जानवर काटने के बाद?
घाव को तुरंत 15–20 मिनट तक साबुन और पानी से धोएं।
एंटीसेप्टिक (जैसे आयोडीन या स्पिरिट) लगाएं।
जितनी जल्दी हो सके नजदीकी अस्पताल में जाकर रेबीज वैक्सीन और जरूरत हो तो इम्यूनोग्लोबुलिन का इंजेक्शन लगवाएं।
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