सिंगर सेलिना गोमेज लुपस से हैं पीड़ित, जानें कितनी खतरनाक है ये बीमारी
- FB
- TW
- Linkdin
उन्होंने बताया कि दवा की वजह से शरीर में काफी पानी जमा हो गया था। बता दें कि सेलिना के अचानक मोटे होने पर लोग काफी ट्रोल भी कर रहे थे। लेकिन सिंगर ने बताया कि ऐसा लुपस की दवा लेने की वजह से हुआ। शरीर में काफी पानी जमा गया था जिससे शरीर काफी फूल गया था। बीमारी छुपाने की बजाय सिंगर ने इसके बारे में खुलकर जिक्र किया। जिसकी वजह से उनकी प्रशंसा हो रही है।
उन्होंने बताया कि दवा की वजह से शरीर में काफी पानी जमा हो गया था। बता दें कि सेलिना के अचानक मोटे होने पर लोग काफी ट्रोल भी कर रहे थे। लेकिन सिंगर ने बताया कि ऐसा लुपस की दवा लेने की वजह से हुआ। शरीर में काफी पानी जमा गया था जिससे शरीर काफी फूल गया था। बीमारी छुपाने की बजाय सिंगर ने इसके बारे में खुलकर जिक्र किया। जिसकी वजह से उनकी प्रशंसा हो रही है।
सिंगर ने टिकटॉक लाइव में बताया कि 'अब मैं ज्यादा सेहतमंद रहूंगी और खुद का ध्यान रखूंगी। मेरी दवाइयां ज्यादा अहमियत रखती हैं। मेरा मानना है कि इससे मुझे मदद मिल रही है।'आइए जानते हैं लुपस बीमारी के बारे में और कितना खतरनाक है ये।
क्या है लुपस
लुपस एक लाइलाज ऑटो इम्यून बीमारी है। इसमें शरीर का रोग प्रतिरोधी तंत्र ज्यादा सक्रिय हो जाता है। वह अंगों (Organs) और ऊतकों (tissues) को नुकसान पहुंचाने लगती है। जिसकी जह से शरीर में जलन और सूजन होने लगती है। इस बीमारी से शरीर के अलग-अलग अंग जैसे ह्रदय, मस्तिष्क, कोशिकाएं आदि प्रभावित होते हैं।
लुपस के लक्षण
बुखार, थकान, जोड़ों में दर्द, सूजन, जकड़न, सांस लेने में तकलीफ, सिर दर्द, छाती में दर्द,कलाई और हाथों में चकत्ते पड़ना, स्किन में जलन जैसे लक्षण लुपम बीमारी में नजर आते हैं। लुपस के लक्षण कभी-कभी दूसरी बीमारी की तरह लगते हैं इसलिए पहचान करना मुश्किल हो जाता है।जिसकी वजह से यह फैलता जाता है।
लुपस का इलाज
लुपस को खत्म नहीं किया जा सकाता है। लेकिन दवाइयों से कंट्रोल किया जा सकता है। लुपस का लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। ताकि वो इसे कंट्रोल करने की दवा दे सके।
लुपस से कैसे करें बचाव
ब्रिटेन की हेल्थ सेवा नेशनल हेल्थ सर्विस के मुताबिक पुरुषों के मुकाबले महिलाएं लुपस की ज्यादा शिकार होती हैं। लुपस से पीड़ित मरीजों को स्मोकिंग और ड्रिंकिंग से डॉक्टर दूर रहने की सलाह देते हैं। इसके साथ ही सूरज की रोशनी से बचने के लिए कहते हैं। क्योंकि सूरज से निकलने वाली पैराबैंगनी किरणें शरीर के लिए हानिकारक होती हैं। तनाव से दूर और वर्कआउट को डेली रूटीन में शामिल करने के लिए हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं।
और पढ़ें:
स्ट्रोक के रोगियों को जल्द किया जा सकता है ठीक, इस स्टडी से शोधकर्ताओं के हाथ लगा इलाज का सटीक तरीका
हार्ट ही नहीं...दांतों को भी इन 5 तरीकों से तनाव पहुंचाता है नुकसान, ऐसे रखें ख्याल