Lunar Eclipse: 7 सितंबर को पूर्ण चंद्र ग्रहण लगने वाला है। इससे जुड़ी कई धार्मिक मान्यताएं हैं, लेकिन इस घटना को हेल्थ से भी जोड़कर देखा जाता है। स्वास्थ्य के नजरिए से ग्रहण के समय खाना-पीना अशुभ माना जाता है। आइए जानते हैं, इसके पीछे की वजह।
Chandra Grahan And Food: चंद्र ग्रहण सिर्फ खलोगीय घटना नहीं है, बल्कि हमारे जीवन और स्वास्थ्य से जुड़ी कई मान्यताओं का भी हिस्सा है। प्राचीन परंपराओं के अनुसार ग्रहण के समय भोजन करने से बचना चाहिए, क्योंकि उस दौरान एनर्जी में बदलाव होता है और शरीर पर इसका असर पड़ सकता है। आधुनिक समय में भी कई न्यूट्रिशनिस्ट मानते हैं कि इस अवसर पर हल्की और डिटॉक्स डाइट लेना शरीर को साफ और एनर्जेटिक बनाए रखने में मदद करता है।
डिटॉक्स डाइट क्या है?
डिटॉक्स डाइट का मतलब है ऐसा भोजन जिसमें बॉडी से टॉक्सिन्स (हानिकारक तत्व) बाहर निकल सकें और पाचन तंत्र को आराम मिले। इसमें ज्यादातर हरी सब्जियां, ताजे फल, नारियल पानी, ग्रीन टी, नींबू पानी और लिक्विड फूड शामिल किए जाते हैं।
चंद्रग्रहण और डिटॉक्स डाइट का कनेक्शन
ग्रहण को एनर्जी शिफ्ट का समय माना जाता है। योग और आयुर्वेद में यह बात कही गई है कि ग्रहण के दौरान शरीर की मेटाबॉलिक एक्टिविटी थोड़ी धीमी हो जाती है। ऐसे में अगर हम भारी और तैलीय भोजन करते हैं, तो पेट पर अतिरिक्त दबाव पड़ सकता है। डिटॉक्स डाइट न सिर्फ पाचन को हल्का रखती है बल्कि मेटाबॉलिज्म को भी बैलेंस करती है।
क्या कहते हैं आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर
जाने-माने आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर और सद्गुरु भी बताते हैं कि क्यों चंद्र ग्रहण के दौरान खाने पीने से मना किया जाता है। वो कहते हैं कि ग्रहण के कुछ घंटे पहले खाना-पीना छोड़ देना चाहिए। जब आप खाना खाते हैं तो मेटाबॉलिज्म यानी पाचन क्रिया फास्ट हो जाता है। वहीं, जब आप ध्यान या मेडिटेशन करते हैं, तो शरीर का मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है। चंद्र ग्रहण के दौरान लोग प्रार्थना और ध्यान में लग जाता हैं, अगर आप खाना खाकर तुरंत बैठते हैं, तो खाना सही से पच नहीं पाएगा। इसलिए जो लोग ग्रहण के समय मंत्र-जप करते हैं, उन्हें ग्रहण के पहले खाना छोड़ देना चाहिए या फिर हल्का भोजन करना चाहिए।
बॉडी को क्लीन रखने के फायदे
पाचन सुधरेगा- डिटॉक्स डाइट शरीर से अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालकर पेट को आराम देती है।
एनर्जी लेवल बढ़ेगा -हल्का और पौष्टिक खाना खाने से थकान कम होती है और एनर्जी बनी रहती है।
ग्लोइंग स्किन -शरीर में जमा टॉक्सिन्स निकलने से त्वचा साफ और हेल्दी दिखती है।
मानसिक शांति- ग्रहण के समय डिटॉक्स डाइट और साथ में मेडिटेशन करने से तनाव कम होता है।
वजन नियंत्रण -इस तरह की डाइट से अनचाहा वजन भी नियंत्रित रखने में मदद मिलती है।
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कब है चंद्र ग्रहण
7 सितंबर को एक पूर्ण चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) लगने वाला है। इसे लोग ब्लड मून (Blood Moon) भी कह रहे हैं। यह ग्रहण भारत के ज्यादातर हिस्सों में दिखाई देगा। भारतीय टाइम के मुताबिक रात 10 बजे के आसपास चंद्र ग्रहण लगेगा। बताया जा रहा है कि चंद्र ग्रहण 7 सितंबर की रात 9:57 बजे शुरू होगा और 8 सितंबर की रात 1:25 बजे खत्म होगा।
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