सार

वैसे तो जब प्यार में कोई होता है तो उसकी नींद, चैन सब उड़ जाती है। लेकिन कई बार इससे जुड़ी कहानियां डरा देती है। ऐसी ही एक कहानी चीन से सामने आई है जहां पर एक लड़की 'लव ब्रेन' की शिकार हो गई। जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।

हेल्थ डेस्क. प्यार में जब होते हैं तो फिर चैन कहां...दिल इतना बेचैन हो जाता है कि आशिक से मिलने के लिए उसकी गली से गुजरते हैं। अब चुकी मोबाइल का जमाना है तो बार-बार कॉल करके उसकी आवाज सुन लेते हैं। वीडियो कॉल करके उसे निहार लेते हैं। इश्क की ढेरों कहानियां हमारे इर्द-गिर्द घूमती है। इसमें कई ऐसी होती है जिसे जानकर आप दंग हो जाते हैं तो कई बार यह आपको अंदर से डरा भी देती है। एक ऐसी ही कहानी चीन से जुड़ी है। यहां पर एक 18 साल की लड़की अपने प्रेमी के प्यार में इस कदर जुनूनी हो गई की उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।

18 साल के लड़की की जुनूनी प्यार

लड़की का नाम जियाओयू है। वो अपने प्रेमी से इस कदर प्यार कर बैठी कि उसका प्यार जुनून की हद के पार चला गया। वो हर वक्त उसेस बात करना चाहती थी। उसे उसकी जुदाई एक पल भी बर्दाश्त नहीं होती थी। आलम यह था कि वो दिनभर में अपने प्रेमी को एक दो नहीं बल्कि 100 कॉल्स करती थी और मैसेज भेजती थी। जियाओयू के इस जुनून को देखकर उसका ब्वॉयफ्रेंड भी परेशान हो गया। मना करने पर वो नहीं मानती थी। जिसके बाद लड़के को पुलिस की मदद लेनी पड़ी।

लड़की इस मेंटल प्रॉब्लम की शिकार

सवाल यह है कि आखों से शुरू होने वाला इश्क दिल और दिमाग पर इस कदर कैसे हावी हो जाता है। आइए जानते हैं 'लव ब्रेन' नाम की बीमारी क्या है और कैसे होती है? साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, जियाओयू एक 'बॉर्डरलाइन पर्सनैलिटी डिसऑर्डर'से जूझ रही है। इसे ही 'लव ब्रेन' कहा जा रहा है। वैसे यह कोई मेडिकल शब्द नहीं है, लेकिन लड़की के जुनूनी व्यवहार को समझने के लिए इस शब्द को दिया गया है। ये ठीक दूसरी मेंटल हेल्थ से जुड़ी बीमारियों की तरह ही है।

क्यों होता है लव ब्रेन

चीन के जिस अस्पताल में 18 साल की लड़की का इलाज चल रहा है उसके डॉक्टर ने बताया कि कभी-कभी चिंता, डिप्रेशन और अन्य स्थितियों के साथ भी इस तरह की बीमारी हो सकती है। ऐसी बीमारी बचपन में होने वाली मानसिक तनाव से भी जुड़ी हो सकती है। लड़की अपने प्रेमी से ऐसी उम्मीद की थी कि वो तुरंत उसके कॉल्स और मैसेज का जवाब दें। यह अक्सर उनके साथ होता है जिनका बचपन में अपने माता-पिता के साथ अच्छा संबंध नहीं होता है।

क्या है बॉर्डरलाइन पर्सनैलिटी डिसऑर्डर

यह एक मेंटल हेल्थ प्रॉबलम्स है। जिसमें व्यक्ति को खुद की छवि को लेकर उलझन रहती है। उसका मूड भी तेजी से बदलता रहता है। इससे पीड़ित शख्स कुछ मिनटों में या घंटों में ज्यादा गुस्से वाला हो सकता है या फिर बहुत ज्यादा खुश भी हो सकता है। उसे डिप्रेशन का दौरा भी पड़ सकता है। प्यार नफरत तक पहुंच सकती है। मतलब अगर अगर शख्स किसी से बेपनाह प्यार करता है तो अचानक नफरत भी करने लगता है। मूड बार-बार स्विंग होता है।

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