मीरा कपूर ने तीन अहम आयुर्वेदिक रिचुअल्स को आप भी फॉलो कर सकती हैं। ये आपकी हेल्थ को एकदम दुरुस्त कर सकते हैं। आइए जानें इनके साइंटिफिक और हेल्थ बेनिफिट्स।

आयुर्वेद हमेशा कहता है कि सादगी भरे छोटे-छोटे रिचुअल्स से ही लाइफ में बैलेंस आता है। इसी सोच को अपनाते हुए मीरा कपूर (Mira Kapoor) ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम पर शेयर किया कि उन्होंने 3 खास आयुर्वेदिक प्रिंसिपल (Ayurvedic Principles) को अपनी दिनचर्या में शामिल किया है। उनका कहना है कि ये प्रैक्टिसेज न सिर्फ हेल्थ को बेहतर बनाती हैं बल्कि पूरी लाइफ को एक नई एनर्जी देती हैं। मीरा कपूर ने तीन अहम आयुर्वेदिक रिचुअल्स को अपनी हेल्थ जर्नी का हिस्सा बनाया है जो कि Eat with the Sun (सूर्य संग भोजन करना), Body Rhythm समझना और Abhyanga (तेल मालिश)। आइए जानें इनके साइंटिफिक और हेल्थ बेनिफिट्स।

सूर्य के साथ भोजन करना (Eat with the Sun)

आयुर्वेद मानता है कि शरीर दिन के समय सबसे अच्छा काम करता है। जब आप सूर्य की रोशनी में भोजन करते हैं तो पाचन, मेटाबॉलिज्म और हार्मोन सभी बेहतर तरीके से फंक्शन करते हैं। इस दौरान सर्केडियन रिद्म (Circadian Rhythm) स्ट्रॉन्ग होता है। सूर्य की रोशनी के साथ खाना खाने से बॉडी का इंटरनल क्लॉक बैलेंस होता है। Nature Reviews Endocrinology (2019) की एक स्टडी बताती है कि इस आदत से न्यूट्रिएंट एब्जॉर्प्शन बढ़ता है और डायबिटीज जैसी मेटाबॉलिक बीमारियों का रिस्क घटता है।साथ ही दिन में खाना ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है और वेट मैनेजमेंट में मददगार है।

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अपने दोष को जानें (Know your dosha) 

वात शरीर की सभी एक्टिविटी को नियंत्रित करता है जैसे ब्रीदिंग फ्लो, हृदय रेट, सभी मांसपेशियों का संकुचन, टिशू की एक्टिविटी और मन व तंत्रिका तंत्र के माध्यम से फ्लो करना। यह शरीर के सही फ्लो के लिए जिम्मेदार है। वहीं पित्त शरीर के मेटाबॉलिज्म (metabolism) और पाचन तंत्र के सही संचालन के लिए जिम्मेदार है। माना जाता है कि यह नाभि के ऊपर, ऊपरी पेट क्षेत्र में स्थित होता है। पित्त पाचन क्रिया को सामान्य रखने में अहम भूमिका निभाता है। यह अग्नि तत्व से जुड़ा है और शरीर के तापमान को संतुलित बनाए रखता है। वहीं एक्सपर्ट के अनुसार, कफ शरीर को जीवनी शक्ति (vitality), ऊर्जा (vigour) और रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity) प्रदान करता है। इसे छाती एरिया में माना जाता है। यह त्वचा को नमी प्रदान कर उसे हाइड्रेटेड रखता है। यह तीनों दोष (वात, पित्त और कफ) मिलकर शरीर और मन के संतुलन को बनाए रखते हैं। यदि इनमें असंतुलन हो जाए, तो कई तरह की शारीरिक और मानसिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

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तेल मालिश का जादू (Abhyanga Ideas)

Abhyanga (अभ्यंग) आयुर्वेद का एक प्राचीन और बेहद असरदार रिचुअल है जिसमें शरीर पर गर्म तेल से मालिश की जाती है। Neha Ahuja, Ayurveda Expert & Founder of Kaashi Wellness के अनुसार, यह स्किन, नर्वस सिस्टम और बॉडी को डीपली नर्चर करता है। इससे स्किन टेक्सचर बेहतर होता है और नेचुरल ग्लो आता है।शरीर और दिमाग रिलैक्स होकर स्ट्रेस लेवल कम होता है और इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर बनता है। प्रेशर पॉइंट्स पर मालिश करने से नर्वस सिस्टम शांत होता है और नींद अच्छी आती है। तेल मालिश को रोजाना या हफ्ते में कम से कम 2–3 बार करने से हेल्थ और ब्यूटी दोनों पर पॉजिटिव असर पड़ता है।