सार

मॉडर्ना ने कैंसर के लिए एक नए टीके mRNA-4359 का दावा किया है जो शरीर में स्वस्थ कोशिकाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर काम करता है।

महामारी कैंसर से दुनियाभर में हर साल लाखों लोग जान गंवाते हैं। अब तक इस जानलेवा बीमारी का कोई भी फार्मा कंपनी पुख्ता इलाज नहीं खोज पाई है। लेकिन अब मॉडर्ना नाम की फार्मास्युटिकल कंपनी ने कैंसर के लिए एक नया टीका खोज निकालने का दावा किया है, जो अगर कंपनी के दावों पर खरा उतरा तो चिकित्सा जगत में एक नया अध्याय लिख देगा. 

कोविड वैक्सीन बनाने के लिए इस्तेमाल की गई mRNA तकनीक का ही अब इस कैंसर के लिए बनाए गए नए टीके के निर्माण कार्य में भी इस्तेमाल किया गया है। इस नए कैंसर टीके को कंपनी ने mRNA-4359 नाम दिया है। जिस तरह कोविड वैक्सीन शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता था, उसी तर्ज पर यह टीका शरीर में मौजूद स्वस्थ कोशिकाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के तर्ज पर इस mRNA-4359 टीके को खोजा गया है. 

 

साथ ही अब तक मॉडर्ना फार्मास्युटिकल कंपनी कैंसर रोगियों पर इस टीके का परीक्षण कर चुकी है, जिसमें बिना किसी दुष्प्रभाव के रोगी स्वस्थ हो रहे हैं। शुरुआती दौर में इस क्लिनिकल ट्रायल को बड़े-बड़े कैंसर के ट्यूमर वाले मरीजों पर आजमाया गया, जिन पर यह टीका सकारात्मक असर दिखा रहा है. 

 

इस mRNA-4359 टीके के क्लिनिकल ट्रायल के प्रमुख डॉ. देबाशीष सरकार ने इस बारे में बात करते हुए कहा कि कैंसर के खिलाफ जंग में यह एक अहम हथियार साबित होगा। महामारी कैंसर के लिए एक बहुत ही आशाजनक इलाज मिल गया है। बिना किसी दुष्प्रभाव के यह टीका रोग को ठीक करने की क्षमता रखता है, जिससे आने वाले समय में कैंसर के इलाज में यह एक बड़ी उम्मीद बनेगा.