Annual Pollution by one person: नेशनल पॉल्यूशन कंट्रोल डे पर जानें एक व्यक्ति सालभर में गाड़ी, इंटरनेट, कॉफी और AC इस्तेमाल से कितना प्रदूषण फैलाता है और इसे कैसे कम करें।
हर साल 2 दिसंबर को नेशनल पॉल्यूशन कंट्रोल डे (National Pollution Control Day) मनाया जाता है। इस दिन देशभर में बढ़ते प्रदूषण के खतरों को याद करने के साथ-साथ यह समझने की जरूरत होती है कि प्रदूषण सिर्फ फैक्ट्रियों या गाड़ियों से नहीं बल्कि एक इंसन से भी बढ़ता है। अकेला इंसान अपनी जरूरतों और कामों के चलते साल भर में जितना प्रदूषण फैलाता है, वह चौंकाने वाला होता है। इस ओर ज्यादातर लोगों का ध्यान नहीं जाता है लेकिन ये बात सभी लोगों को समझने की जरूरत है। आइए खास दिन पर इंसान की उन गतिविधियों के बारे में जानते हैं, जिसके कारण प्रदूषण बढ़ता है।
रोजाना गाड़ी चलाने से 1 टन कार्बन उत्सर्जन
दिन में 10 km स्कूटर/कार चलाना चलाने भर से व्यक्ति खूब प्रदूषण बढ़ाता है। कार या स्कूटर 1 लीटर में लगभग 2.3 kg CO₂ छोड़ती है। अगर व्यक्ति रोजाना इसी गति से गाड़ी चलाता है तो इससे 1 टन तक कार्बन उत्सर्जन हो जाता है। समाधान के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल किया जा सकता है।
वीडियो देखने से भी बढ़ता है प्रदूषण
ज्यादातर लोगों को जानकारी नहीं होगी लेकिन रोजाना ऑनलाइन होने से भी कार्बन का उत्सर्जन होता है। अगर कोई व्यक्ति 3 से 4 घंटे तक वीडियो देखता है तो सालाना सिर्फ इंटरनेट उपयोग से ही 150 kg प्रदूषण उत्पन्न होता है। वीडियो quality auto/SD कर देने से 30% फुटप्रिंट कम हो जाएगा।
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काफी बनाने से कार्बन की बढ़ती है मात्रा
साल भर में 700–800 कप कॉफी पीने से 70 kg कार्बन उत्सर्जन होता है। एक कप चाय या कॉफी बनाने से वातावरण में लगभग 200 ग्राम कार्बन डाइऑक्साइड CO गैस निकलती है, जिसे "कार्बन फुटप्रिंट" कहते हैं। दूध की जगह प्लांट बेस्ड दूध का इस्तेमाल करने से 20% कम कार्बन प्रोड्यूस होगा।
एसी से बढ़ता है वातावरण में प्रदूषण
एसी से पर्यावरण को होने वाले नुकसान के बारे में हर कोई जानता है लेकिन फिर भी ज्यादा से ज्यादा इसका इस्तेमाल किया जा रहा है।AC एक घंटे में औसतन 0.8–1.2 kg CO₂ छोड़ता है। वहीं 3 महीने AC से 300–600 kg CO₂ निकलता है। अगर तापमान 24–26°C रखें तो 30% बिजली व CO₂ बचत होगा।
नए कपड़े खरीदने से कार्बन प्रोडक्शन
एक भारतीय साल में औसतन 20–25 कपड़े खरीदता है जिसके कारण अकेला इंसान 0.5 टन तक कार्बन उत्सर्जन करता है। अगर कम कपड़े खरीदे जाए, तो इसे कार्बन के उत्सर्जन को घटाया जा सकता है।
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