Nature botox: बढ़ती उम्र को छुपाने के लिए लोग बोटॉक्स का सहारा लेते हैं। लेकिन आजकल नेचर बोटॉक्स खूब वायरल हो रहा है। जिसमें बताया जा रहा है कि घरेलू चीजों से आप अपने स्किन को जवां रख सकते हैं। 

Skin Care Tips: सोशल मीडिया पर इन दिनों ‘नेचर बोटॉक्स’ (Nature’s Botox) को लेकर ढेरों वीडियो वायरल हो रहे हैं। लोग केमिकल प्रोडक्ट्स और कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट्स की बजाय किचन में मौजूद चीजों से स्किन केयर कर रहे हैं। कंटेंट क्रिएटर्स तरह-तरह के घरेलू नुस्खे दिखाकर दावा कर रहे हैं कि ये उम्र के असर को थाम सकते हैं। केले का छिलका, फ्लैक्ससीड, दही, यहां तक कि बीफ फैट तक को चेहरे पर रगड़कर इस्तेमाल किया जा रहा है। लेकिन सवाल ये है कि क्या ये उपाय वाकई असरदार हैं या सिर्फ सोशल मीडिया का एक ट्रेंड?

केले के छिलके को बताया झुर्रियां मिटाने वाला

न्यूयॉर्क की आयुर्वेदिक थेरेपिस्ट और मेकअप आर्टिस्ट कीर्ति तेवानी ने एक वीडियो में केले के छिलके को चेहरे पर रगड़ते हुए कहा, 'आपको बोटॉक्स की जरूरत नहीं है, ये झुर्रियों को कम करता है।'उनके मुताबिक केले के छिलके में ल्यूटिन और पोटैशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो स्किन को हाइड्रेट और ब्राइट कर सकते हैं। उन्होंने करीब एक महीने तक खुद पर ट्रायल किया और दावा किया कि उनके स्माइल लाइन्स पहले से ज्यादा भरी और मुलायम दिखने लगीं।

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फ्लैक्ससीड फेस मास्क का कमाल

फ्लोरिडा की डेनिएला मार्टिनेज ने फ्लैक्ससीड यानी अलसी को अपने ब्यूटी रूटीन में शामिल किया। वे अलसी को उबालकर उसका जेल चेहरे पर लगाती हैं। उनका कहना है कि इससे स्किन पर टाइटनिंग इफेक्ट आता है और चेहरा ज्यादा ग्लोइंग और सॉफ्ट लगता है।

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सोशल मीडिया और DIY ब्यूटी ट्रेंड

TikTok और इंस्टाग्राम पर #NaturesBotox हैशटैग के साथ अब तक हजारों वीडियो पोस्ट किए जा चुके हैं। ब्यूटी एनालिस्ट की मानें तो DIY ट्रेंड्स का सबसे बड़ा कारण है कम खर्च और मजेदार कम्युनिटी एक्सपीरियंस। यही वजह है कि राइस, योगर्ट, एवोकाडो जैसी चीजें भी स्किनकेयर में शामिल की जा रही हैं।

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एक्सपर्ट्स क्यों कर रहे हैं सावधान?

हालांकि, डर्मेटोलॉजिस्ट्स इन नेचुरल तरीकों को लेकर पूरी तरह आश्वस्त नहीं हैं। डर्मेटोलॉजिस्ट का कहना है कि घरेलू नुस्खों के लंबे समय तक असरदार होने के कोई पुख्ता सबूत नहीं हैं। बोटॉक्स के मुकाबले कोई भी नेचुरल या टॉपिकल प्रोडक्ट उतना असर नहीं दिखा सकता है। वहीं, यूके की एस्थेटिशियन दिजा अयोदले चेतावनी देती हैं कि नींबू जैसे फलों में मौजूद एसिड्स स्किन पर केमिकल बर्न कर सकते हैं। कई ऐसी चीजे हैं, जो हर स्किन पर सूट नहीं करता है। इसलिए नेचुरल चीजों का इस्तेमाल करने से पहले अपने स्किन का टाइप जरूर जानें।

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