सार
डायबिटीक (diabetic) के लिए मानसून के मौसम में स्किन की देखभाल करना जरूरी है ताकि बढ़ी हुई ह्यूमिडिटी और नमी के कारण कई तरह की होने वाली समस्या से दूर रहा जा सके।
हेल्थ डेस्क.मानसून (Monsoon) के मौसम में त्वचा की देखभाल के मामले में डायबिटीज पेशेंट को ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत होती है। बढ़ी हुई ह्यूमिडिटी और नमी के कारण कई तरह की स्किन प्रॉब्लम्स हो सकती है। इसलिए डायबिटीक को इस मौसम में खुद पर ज्यादा फोकस करने की जरूरत होती है। उन्हें अपने स्किन के साथ-साथ संपूर्ण स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए। आइए बताते हैं बारिश के मौसम में डायबिटीज पेशेंट कैसे अपनी स्किन को प्रोटेक्ट कर सकते हैं।
1. हाइड्रेटेड रहें
स्किन की देखभाल के लिए पानी बहुत जरूरी होता है। डायबिटीज पेशेंट पर भी यह नियम लागू होता है। पूरे दिन पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करना चाहिए। इससे स्किन की लोच में सुधार होती है और ओवर ऑल हेल्थ सही रहता है। डायबिटीज पेशें तो कम से कम प्रतिदिन 8-10 गिलास पानी पीने का लक्ष्य रखना चाहिए। अगर डॉक्टर मेडिकल कंडिशन को देखते हुए और ज्यादा पानी पीने के लिए कहते हैं तो उसे भी ध्यान में रखना चाहिए।
2. फंगल इंफेक्शन से बचाए
फंगल इंफेक्शन आर्द्र वातावरण में पनपते हैं। डायबिटीज पेशेंट की इम्युन सिस्टम कमजोर होने की वजह से इंफेक्शन होने का जोखिम बढ़ जाता है। फंगल इंफेक्शन को रोकने के लिए त्वचा को सूखा रखना आवश्यक है। विशेष रूप से पसीने वाले क्षेत्रों में, जैसे कमर, बगल और स्तनों के नीचे। नहाने के बाद या अगर बारिश के कारण त्वचा गीली हो जाती है, तो इन एरिया को साफ तौलिये से अच्छी तरह सुखाना जरूरी है। इसके बाद एंटीफंगल पाउडर या क्रीम लगाएं।
3. हेल्दी डाइट लें
एक बैलेंस डाइट हेल्दी स्किन को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है। डायबिटीज पेशेंट वाले व्यक्तियों के लिए यह खास तौर पर प्रासंगिक है। डायबिटीज पेशेंट अपने रोग को देखते हुए बताए गए डाइट का पालन करें। फल, सब्जियां, साबुत अनाज और कम वसा वाले प्रोटीन को खाने में लें। ये खाद्य पदार्थ आवश्यक पोषक तत्वों, एंटीऑक्सिडेंट और फाइबर से भरपूर होते हैं, जो स्किन के साथ-साथ पूरे हेल्थ को फायदा पहुंचाता है।
4. अपने पैरों पर ध्यान दें
डायबिटीज पेशेंट को अपने पैरों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है क्योंकि वे विशेष रूप से पैरों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील होते हैं। तंत्रिका क्षति और कम रक्त प्रवाह के कारण, पैरों पर चोट या संक्रमण पर ध्यान नहीं दिया जा सकता है और गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकता है। इसलिए, किसी भी कट, घाव, छाले या संक्रमण के लक्षणों के लिए प्रतिदिन पैरों का देखें। डायबिटीक को हर दिन अपने पैरों को गुनगुने पानी और हल्के साबुन से धोना चाहिए और फिर उन्हें मुलायम तौलिये से थपथपाकर सुखाना चाहिए। फ़ुट क्रीम लगाना चाहिए।
5. कॉटन के कपड़े पहनें
मानसून के दौरान सही कपड़ों का चयन करने से त्वचा संबंधी समस्याओं से बचा जा सकता है। डायबिटीज पेशेंट को पसीने और त्वचा पर नमी के जमाव को कम करने के लिए सूती जैसे हल्के, सांस लेने वाले कपड़ों का चयन करना चाहिए। ढीले-ढाले कपड़े पहनने से भी वायु संचार को बढ़ावा मिल सकता है और त्वचा को सूखा और आरामदायक रखने में मदद मिल सकती है।
6. नंगे पैर बाहर जाने से बचें
नंगे पैर चलना, खासकर मानसून के दौरान जब जमीन गीली और फिसलन भरी होती है, पैरों के लिए हानिकारक हो सकता है। डायबिटीज पेशेंट को किसी भी तरह के चोट से बचना जरूरी होता है। इसलिए हमेशा सही जूते पहनकर बाहर निकलें।
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