Women Health: हर महिला को अपने शरीर की समझ जरूरी है। हार्मोन, दर्द, मासिक चक्र, स्तन स्वास्थ्य और पेल्विक फ्लोर मांसपेशियों के बारे में जानें और अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाएं।
एक महिला का शरीर लाइफ टाइम कई बदलावों से गुजरता है। प्यूबर्टी से लेकर मनोपॉज तक का सफर उसके लिए उतार-चढ़ाव भरा होता है। अक्सर महिलाएं अपने शरीर में हो रहे बदलाव समेत कई बातों को नहीं जानती हैं। वो बुनियादी बातें जानती हैं, जैसे कि योनि क्या है, वल्वा क्या करती है और बच्चे कैसे बनते हैं। लेकिन कई जरूरी बातें वो अपनी बॉडी के बारे में नहीं जानती हैं, जिसके बारे में उन्हें पता होना चाहिए। तो चलिए बताते हैं 6 ऐसे तत्थ जिसके बारे में महिला को पता होना चाहिए।
दर्द को पहचानें
महिलाओं को मासिक धर्म, प्रसव और एंडोमेट्रियोसिस जैसी परेशानियों में दर्द सहना पड़ता है। लेकिन वो कई बार इसे गंभीरता से नहीं लेती हैं। जिसकी वजह से वो बड़ी समस्या से घिर जाती हैं। उन्हें यह समझना होगा कि मुझे दर्द है और मैं राहत पाने की हकदार हूं, इसलिए जब भी गंभीर दर्द हो तो डॉक्टर के पास जरूर जाएं।
अपने स्तनों की जांच करें
कैंसर से जुड़ी अफवाहों पर ध्यान न दें। हर महीने “Feel it on the first” के दिन अपने स्तनों और आसपास के हिस्सों की जाँच करें। 50 वर्ष की उम्र के बाद नियमित मैमोग्राम कराना भी जरूरी है।
पीरियड्स के साथ तालमेल रखें
हार्मोन्स को निगेटिव न समझें। पीरियड्स के दौरान शरीर में हार्मोनल बदलाव आपके मूड और व्यवहार को प्रभावित करते हैं। ओवुलेशन के समय शरीर अधिक सक्रिय और मिलनसार होता है, जबकि प्रोजेस्टेरोन बढ़ने पर शरीर आराम चाहता है।
हार्मोन्स को समझें
हम अक्सर मूड के लिए हार्मोन को दोषी मानते हैं। लेकिन हमारे शरीर में 50 से ज्यादा हार्मोन होते हैं, जो हमारे व्यवहार, दिनचर्या और चोट के जोखिम को प्रभावित करते हैं। बेहतर हार्मोनल हेल्थ के लिए पर्याप्त नींद, नियमित व्यायाम, सही खान-पान और तनाव कम करना जरूरी है। इसलिए नींद से समझौता ना करें। अच्छी डाइट लें और तनाव ना होने दें।
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योनि और माइक्रोबायोम की देखभाल
योनि स्वास्थ्य पूरे शरीर की स्वास्थ्य का संकेत है। इसे साबुन से साफ न करें, केवल हल्के, बिना खुशबू वाले सफाई प्रोडक्टों का इस्तेमाल करें। कॉटन के अंडरवियर पहनें और रात में कोई सिंथेटिक थोंग न पहनें।
पेल्विक फ्लोर मांसपेशियों का व्यायाम करें
पेल्विक फ्लोर मांसपेशियां गर्भावस्था, प्रसव और मेनोपॉज के दौरान कमजोर हो जाती हैं। इन्हें मजबूत करने के लिए नियमित व्यायाम करना जरूरी है, जिससे मूत्र और मल नियंत्रण में मदद मिलती है। कई तरह के ऐप्स हैं,जिससे आप व्यायाम करना सीख सकती हैं।
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