नई दिल्ली. भारत में सेक्स पर खुल कर बात करने वालों की जनसंख्या बेहद कम है, लेकिन सस्ते इंटरनेट के जमाने में देश का बड़ा वर्ग पॉर्न साइट्स पर उपलब्ध अश्लील कंटेंट को खूब तवज्जो दे रहा है। देश में जब से इंटरनेट सेवा सस्ती हुई है तब से इसकी मांग और बढ़ने लगी है। सरकार ने पिछले साल नियमों में बदलाव करते हुए कड़े नियम लागु कर दिए हैं। इसके बावजूद लोग वीपीएन या प्रॉक्सी जैसी तरकीबों के माध्यम से संबंधित वेबसाइटों तक पहुंच जाते हैं। देश में पॉर्न देखना गैरकानूनी नहीं है, लेकिन रिवेंज पॉर्न देखना या उसको सर्कुलेट करना भारी पड़ सकता है।