सार
How to grow dense barley during Navratr: चैत्र नवरात्रि में जौ उगाने के आसान तरीके जानें। सही मिट्टी, बीज और देखभाल से पाएं हरा-भरा जौ और जीवन में खुशहाली!
Tips for green barley growth in Navratri: चैत्र नवरात्रि शुरू होने वाला है, इस पर्व पर मां दुर्गा की आराधना, पूजा और स्थापना की जाती है। बहुत से लोग घर में माता रानी की स्थापना करते हैं, जिसमें लोग कलश एवं जौ बोते हैं। गर्मियों का वक्त शुरू हो गया है, ऐसे में बहुत से लोगों की ये शिकायत रहती है कि इस मौसम में जौ जल्दी बढ़ते नहीं हैं या फिर उग नहीं पाते। ऐसे में आज हम आपके साथ नवरात्रि में खूबसूरत हरा भरा और घना जौ बोने की टिप्स और उपाय बताएंगे, जो कि जौ को तो हरा-भरा बनाएंगे ही साथ ही आपके जीवन में भी हरियाली और खुशियों का बहार आएगी।
हरा-भरा जौ बोने के टिप्स
सही मिट्टी और पात्र का चुनाव:
- जौ उगाने के लिए तांबे, पीतल या मिट्टी के बर्तन का उपयोग करें।
- साफ और छिद्र रहित पात्र चुनें, जिससे पानी ठीक से जमा रहे।
- हरा भरा जौ बोने के लिए आप बांस की टोकरी में मिट्टी, राख और रेत डालकर भी जौ उगा सकते हैं।
बीज को सही तरह से भिगोएं:
- जौ के बीजों को चैत्र नवरात्रि से एक दिन पहले 8-10 घंटे तक पानी में भिगो दें।
- इससे अंकुरण जल्दी और अच्छा होगा।
मिट्टी की सही तैयारी:
- गीली लेकिन ज्यादा पानी से बची हुई उपजाऊ मिट्टी लें।
- मिट्टी में गोबर खाद या जैविक खाद मिलाएं ताकि पौधे जल्दी हरे-भरे हों।
बीजों की सही तरीके से बुवाई:
- जौ के बीजों को मिट्टी में हल्का दबाएं लेकिन ज्यादा गहराई में न डालें।
- हर रोज हल्का पानी छिड़कें ताकि नमी बनी रहे।
धूप और सही देखभाल:
- जौ के कलश को ऐसी जगह रखें जहां सुबह की हल्की धूप मिले।
- ज्यादा पानी देने से बचें, वरना जड़ें सड़ सकती हैं।
शुभ रंग और वृद्धि के संकेत:
- अगर जौ गहरा हरा उगता है तो यह शुभ संकेत माना जाता है।
- यदि जौ हल्का या पीला दिखने लगे तो पानी की मात्रा और धूप का संतुलन जांचें।