सार

रिलेशनशिप में साइकोपैथ पार्टनर की पहचान करना मुश्किल होता है। झूठ बोलना, पछतावे की कमी, दूसरों को नियंत्रित करना, आक्रामक व्यवहार और भावनाओं को नजरअंदाज करना जैसे संकेतों से आप सतर्क हो सकते हैं।

रिलेशनशिप डेस्क. यार मुझे कई महीने उसे समझने में कि वो सही इंसान नहीं है। उसका बिहेवियर बिल्कुल अलग था, लेकिन मैं उससे प्यार करती थी तो लगा कि चलो बाद में ये ठीक हो जाएगा। लेकिन धीरे-धीरे उसके साथ रहना मुश्किल होने लगा और मैंने अलग होने का फैसला किया। लेकिन तबतक मुझे उससे इतना दर्द मिल गया था जिसे भूला नहीं सकती हूं। ये कहानी रिद्धिमा (बदला हुआ नाम) की है। जो 3 साल के रिलेशनशिप से बाहर निकली है। इसके पीछे वजह उसके ब्वॉयफ्रेंड का साइकोपैत होना था जिसे वो पहले नहीं भाप पाई।

अक्सर प्यार में पड़कर लड़का हो या लड़की अपने पार्टनर के गलत बिहेवियर को समझ नहीं पाते हैं। जबतक समझते हैं बहुत देर हो जाती है। हम आपको यहां पर साइकोपैथ लोगों के कुछ आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे आप समझ सकते हैं कि जिसके साथ है वो वहीं तो नहीं है।

झूठ बोलने की आदत

साइकोपैथ लोग लगातार झूठ बोलते हैं और अपने झूठ को बड़ी आसानी से सच साबित कर देते हैं। अगर आपका पार्टनर हर छोटी-बड़ी बात पर झूठ बोलता है और पकड़े जाने पर भी सफाई देता है, तो यह आदत चिंताजनक हो सकती है।

गिल्ट या पछतावे की कमी

अगर आपका पार्टनर अपने गलत व्यवहार के लिए कभी माफी नहीं मांगता या उसे पछतावा महसूस नहीं होता, तो यह एक रेड फ्लैग हो सकता है। साइकोपैथ लोगों के अंदर इमोशनल फिलिंग कम होती है। वो इमोशनली कम किसी से कनेक्ट होते हैं।

दूसरों को नियंत्रित करने की कोशिश

साइकोपैथ पार्टनर हमेशा दूसरों को अपने हिसाब से चलाना पसंद करते हैं। वे आपके फैसलों, दोस्तों या परिवार से जुड़ी चीजों को भी नियंत्रित करने की कोशिश करते हैं। अगर आपके पार्टनर का भी कंट्रोलिंग नेचर है तो फिर संभल जाइए।

गुस्सा या मारपीट करना 

कभी-कभी छोटी बातों पर गुस्सा होना सामान्य है, लेकिन अगर आपका पार्टनर बार-बार आक्रामक हो जाता है या छोटी-छोटी बातों पर हिंसा का सहारा लेता है, तो यह उनके व्यक्तित्व का एक नकारात्मक पहलू हो सकता है।

दूसरों की भावनाओं को नजरअंदाज करना

साइकोपैथ लोग दूसरों की भावनाओं की कद्र नहीं करते। अगर आपका पार्टनर आपकी जरूरतों, भावनाओं और समस्याओं को समझने में रुचि नहीं दिखाता, तो यह एक गंभीर संकेत हो सकता है।

कैसे साइकोपैथ पार्टनर को करें डिल

अगर आपके पार्टनर में इनमें से कोई भी आदत दिखती है, तो सबसे पहले उनसे इस बारे में खुलकर बात करें। अगर उनकी हरकतें आपको परेशान कर रही हैं या आपका मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है, तो एक काउंसलर या थेरपिस्ट की मदद लें। याद रखें, एक स्वस्थ रिश्ता विश्वास और समझदारी पर बेस्ड होता है।

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