MalayalamNewsableKannadaKannadaPrabhaTeluguTamilBanglaHindiMarathiMyNation
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • ताज़ा खबर
  • राष्ट्रीय
  • वेब स्टोरी
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • बिज़नेस
  • सरकारी योजनाएं
  • खेल
  • धर्म
  • ज्योतिष
  • फोटो
  • Home
  • Lifestyle
  • Travel
  • US VP ने घूमा Amber Fort, क्यों खास है जयपुर का ये किला

US VP ने घूमा Amber Fort, क्यों खास है जयपुर का ये किला

Jaipur historic Amber Fort: जयपुर के आमेर किले का इतिहास, वास्तुकला और रोमांस की कहानी। राजाओं के वैभव से लेकर शीश महल के रहस्य तक, जानिए इस शानदार किले के बारे में।

2 Min read
Shivangi Chauhan
Published : Apr 23 2025, 11:46 AM IST
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
  • GNFollow Us
16
US VP ने घूमा Amber Fort
Image Credit : instagram

US VP ने घूमा Amber Fort

अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने अपने परिवार समेत जयपुर में आमेर किले का दौरा किया। यहां उनका शाही अंदाज में स्वागत किया गया। यहां की सुंदरता और संस्कृति देखकर वो सरप्राइज हो गए। जानें आमेर किला की दिलचस्प कहानी।

26
 इतिहास, वास्तुकला और रोमांस की कहानी
Image Credit : facebook

इतिहास, वास्तुकला और रोमांस की कहानी

राजस्थान की रेत भरी ज़मीन पर जब सूरज की पहली किरण पड़ती है, तो जयपुर की पहाड़ियों पर खड़ा आमेर किला (Amber Fort) सोने की तरह दमक उठता है। यूं तो भारत में किलों की कमी नहीं, लेकिन आमेर किला उन गिने-चुने स्मारकों में है जो सिर्फ राजसी वैभव ही नहीं, बल्कि इतिहास, वास्तुकला और रोमांस की कहानियां भी समेटे हुए है।

Related Articles

Related image1
सिर्फ 12 दिन में साउथ इंडिया के 5 पवित्र स्थलों के दर्शन, लपक लें IRCTC का ये धांसू ऑफर
Related image2
Pahalgam की 7 Must Visit जगहें, धरती पर असली स्वर्ग!
36
इतिहास के पन्नों में दर्ज है कहानी
Image Credit : socialmedia

इतिहास के पन्नों में दर्ज है कहानी

आमेर किले का निर्माण राजा मान सिंह I ने 1592 में करवाया था। यह किला राजपूताना गौरव और मुगलों की स्थापत्य शैली का संगम है। बाद में राजा जय सिंह और अन्य शासकों ने इसमें कई भव्य हिस्से जोड़े। यह किला कभी कछवाहा राजपूतों की राजधानी हुआ करता था, जिन्होंने कई पीढ़ियों तक इस किले को राजसी ठाठ-बाठ के साथ जिया।

46
मुगल शैली की नक्काशी से सजा किला
Image Credit : Getty

मुगल शैली की नक्काशी से सजा किला

दीवान-ए-आम (Public Hall) – यहां राजा आम जनता से मिलता था। संगमरमर के खंभों और मुगल शैली की नक्काशी से सजा ये हिस्सा आज भी अद्भुत लगता है।

दीवान-ए-खास (Private Hall) – यहां राजा खास मेहमानों से चर्चा करता था। इसकी छत और दीवारों पर की गई नक्काशी बेहद बारीक और सुंदर है।

शीश महल (Mirror Palace) – आमेर का सबसे खास हिस्सा। यहां की दीवारों और छतों में लगे कांच रात में एक दीया जलाने पर पूरे महल को रौशन कर देते हैं।

56
राजसी वास्तुकला और किले के अहम हिस्से
Image Credit : facebook

राजसी वास्तुकला और किले के अहम हिस्से

गणेश पोल (Ganesh Gate) – रंगीन पेंटिंग्स और जटिल नक्काशियों से सजा यह दरवाज़ा किसी पोस्टकार्ड से कम नहीं।

सुख निवास – राजा-रानी की गर्मी से राहत पाने की जगह। यहां पानी के छोटे फव्वारे और ठंडी हवा की व्यवस्था की गई थी।

66
हाथी की सवारी और लाइट शो
Image Credit : our own

हाथी की सवारी और लाइट शो

आज भी आमेर किले तक पहुंचने के लिए हाथी की सवारी का आनंद लिया जा सकता है – जो बच्चों और विदेशी सैलानियों के बीच बेहद लोकप्रिय है। रात को होने वाला लाइट एंड साउंड शो इतिहास को जीवंत कर देता है – मानो आप 400 साल पीछे लौट गए हों।

About the Author

SC
Shivangi Chauhan
शिवांगी चौहान। 2016 से पत्रकारिता की शुरुआत। मीडिया जगत में 9 साल का अनुभव। 2023 से एशियानेट न्यूज हिंदी से जुड़ीं। राइटिंग स्किल में खासतौर पर लाइफस्टाइल डेस्क, फैशन, एंटरटेनमेंट, फूड, ट्रेंडिंग और हेल्थ से जुड़े मुद्दों पर लिखने में दिलचस्पी। इससे पहले टाइम्स नाउ नवभारत और दैनिक भास्कर जैसे कई मीडिया संस्थानों के साथ काम करते हुए इनके पास डिजिटल मीडिया, टीवी न्यूज चैनल फॉर्मेट्स, अखबार और वेब स्टोरी डेस्क का अच्छा अनुभव है। इनसे shivangi.chauhan@asianetnews.in पर संपर्क किया जा सकता है। पत्रकारिता और योग में इन्होंने डबल MA किया हुआ है।

Latest Videos
Recommended Stories
Related Stories
Asianet
Follow us on
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • Download on Android
  • Download on IOS
  • About Website
  • Terms of Use
  • Privacy Policy
  • CSAM Policy
  • Complaint Redressal - Website
  • Compliance Report Digital
  • Investors
© Copyright 2025 Asianxt Digital Technologies Private Limited (Formerly known as Asianet News Media & Entertainment Private Limited) | All Rights Reserved