सार

मध्य प्रदेश के देवास में बाइक पर खटिया एंबुलेंस देखने को मिली। यहां रहने वाले कैलाश ने बेटी को अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस को फोन किया, लेकिन एंबुलेंस नहीं आई। चारपहिया वाहन से अस्पताल तक आने में खर्चा होता। घर में पैसे नहीं थे। ऐसे में मजबूरन कैलाश ने बाइक पर खाट बांधी और बेटी को अस्पताल लेकर पहुंचे। 

देवास। ये तस्वीर मध्य प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की कलई खोल रही है। मामला देवास जिले के सतवास स्वास्थ्य केंद्र का है। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में बाइक पर चारपाई बंधी दिख रही है। उस पर एक लड़की लेटी है। बताया जा रहा है कि लड़की को इलाज के लिए एंबुलेंस नहीं मिल पाई, जिस कारण मजबूरी में उसके पिता ने बाइक पर ही चारपाई बांधी और अस्पताल लेकर पहुंचे। मामले में कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर सवाल उठाए हैं।

कांग्रेस ने कहा....

 

डेढ़ साल पहले गड्ढे में गिर गई थी बेटी
जानकारी के मुताबिक, खातेगांव तहसील के मिर्जापुर निवासी कैलाश की 19 साल की बेटी योगिता दिव्यांग है। वह डेढ़ साल पहले घर के ही बाहर एक गड्ढे में गिर गई थी, जिसके बाद से उसकी कमर के नीचे का हिस्सा काम नहीं करता है। कैलाश को बेटी के इलाज के लिए अक्सर सतवास स्वास्थ्य केंद्र जाते हैं। यह वीडियो शनिवार का है।

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फोन किया, लेकिन नहीं मिली एंबुलेंस 
कैलाश ने अस्पताल जाने के लिए एंबुलेंस को फोन किया, लेकिन उन्हें एंबुलेंस उपलब्ध नहीं हो पाई। ऐसे में चारपहिया गाड़ी करके अस्पताल तक आने में उनके एक हजार से 1500 रुपए खर्च हो जाते। कैलाश का कहना है कि उन्होंने बेटी के इलाज के लिए 3 लाख रुपए ब्याज पर लिए हैं, ऐसे में ज्यादा खर्चा न हो, इसलिए मजबूरन वे बाइक पर चारपाई बांधकर बेटी को लेकर अस्पताल पहुंचे थे। लड़की यूरिन की नली बदलवाने आती है। भाई विजेश ने बताया कि योगिता को यूरिन की समस्या है। पिता मजदूरी करते हैं। 

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स्वास्थ्य विभाग ने कहा- जांच कराएंगे
सीएमएचओ डॉ एमपी शर्मा ने बताया कि कैलाश अपनी बेटी का इलाज कराने के लिए अक्सर अस्पताल आते हैं। इससे पहले वे बेटी को एंबुलेंस से ही उपचार के लिए लेकर आए थे, लेकिन उस दिन उन्हें एंबुलेंस क्यों नहीं मिल पाई, इसकी जांच कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारी टीम लड़की के गांव जाकर उसका इलाज करेगी।