सार
भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक शुक्रवार को मिंटो हॉल में ही आयोजित की गई थी। जिसमें सीएम शिवराज ने इसका नया नाम कुशाभाऊ ठाकरे हॉल करने का फैसला किया। हालांकि ससे पहले भाजपा में ही मिंटो हॉल का नाम बदलकर डॉ. हरिसिंह गौर करने की मांग उठी थी।
भोपाल. मध्य प्रदेश में भोपाल की हबीबगंज (Habibganj) रेलवे स्टेशन का नाम रानी कमलापति (rani kamlapati railway station) होने के बाद नाम बदलने की सियासत किसी रेलगाड़ी की तरह चल पड़ी है। शिवराज सरकार एक के बाद एक जगहों के नाम बदलने का ऐलान करते जा रहे हैं। अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj singh chouhan) ने घोषणा की है कि भोपाल के मिंटो हॉल ( minto hall name) का नाम बदलेगा। इसका नया नाम कुशाभाऊ ठाकरे (Kushabhau Thakre) हॉल होगा।
बीजेपी की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में हुआ फैसला
दरअसल, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक शुक्रवार को मिंटो हॉल में ही आयोजित की गई थी। जिसमें सीएम शिवराज ने इसका नया नाम कुशाभाऊ ठाकरे हॉल करने का फैसला किया। हालांकि ससे पहले भाजपा में ही मिंटो हॉल का नाम बदलकर डॉ. हरिसिंह गौर करने की मांग उठी थी। लेकिन बीजेपी की नेताओं ने कुशाभाऊ ठाकरे के नाम पर आपसी सहमति जताई।
कुछ ऐसा है मिंटो हॉल का इतिहास
बता दें कि मिंटो हॉल की नींव 12 नवंबर 1909 को रखी गई थी। साल 1909 में भारत के तात्कालीन वायसराय लॉर्ड मिंटो भोपाल आए। उन्हें उस समय राजभवन में रुकवाया गया था लेकिन वायसराय वहां की व्यवस्था देखकर काफी नाराज हुए। इसे देखते हुए तत्कालीन नवाब सुल्तानजहां बेगम ने आनन फानन में एक हॉल बनवाने का निर्णय लिया और इसकी नींव वायसराय लॉर्ड मिंटो से रखवाई। उन्हीं के नाम पर इस हॉल का नाम मिंटो हॉल रखा गया। बताया जाता है कि इस इमारत को बनाने में करीब 25 साल का वक्त लगा था। जिसे जिसके मुख्य आर्किटेक्ट एसी रोवन थे।
अब तक इन जगहों के बदले गए हैं नाम
- कुछ दिन पहले ही इंदौर के पास बने पातालपानी रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर आदिवासियों के मसीहा कहे जाने वाले टंट्या मामा के नाम पर करने का ऐलान किया है।
- इंदौर के भंवरकुआं चौराहा के नाम भी बदने का ऐलान किया है। जिसे अब 'द नायक टंट्या भील' नाम से जाना जाएगा।
- इसके अलावा इंदौर के ही एमआर 10 के बस स्टैंड का नाम भी बदलकर टंट्या मामा होगा।
- वहीं भोपाल के हबीबगंज पुलिस थाने का नाम बदलने की तैयारी की जा रही है।