सार

मध्य प्रदेश के सागर में एक युवती की मौत के बाद उसके अंतिम संस्कार के दौरान भाई ने भी जान दे दी। बता दें बहन की आखिरी झलक देखने वो 430 किलोमीटर दूर से आया था।

सागर (मध्य प्रदेश). सागर जिले से भाई-बहन की एक मार्मिक कहानी सामने आई है। एक युवती की मौत के बाद उसका अंतिम संस्कार किया जा रहा था, जैसे ही भाई श्मशान पहुंचा तो उसने जलती चिता में छलांग लगा दी। आग में झुलसने से उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। दरअसल, यह दुखद घटना सागर शहर के पास मझगुवां गांव की है। गुरुवार शाम को ज्योति उर्फ प्रीति (21) नाम की लड़की की खेत में बने कुएं में गिरने से मौत हो गई थी। दो दिन बाद, शनिवार को उसके अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही थी। इसी बीच 430 किलोमीटर दूर धार से उसका चचेरा भाई करण सिंह घर पहुंचा और रोते-बिलखते सीधा श्मशान घाट पहुंचा गया। चिता जल रही थी। देखते ही देखते करण ने जलती चिता को प्रणाम कर उसमें छलांग लगा दी। लोग समझ ही नहीं पाए कि यह क्या हो गया। भाई का यह कदम देख वहां मौजूद हर कोई एक बार कांप गया। आनन-फानन में उसे निकाला गया, लेकिन आग में ज्यादा झुलसने से अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में उसकी मौत हो गई।

2 दिन बाद पता चला कि बेटी की मौत हो गई

मृतका के बड़े भाई शेरसिंह ठाकुर ने बताया कि ज्योति गुरुवार शाम 6 बजे वह खेत पर गई थी। वो रोज खेत पर सब्जियां तोड़ने के लिए जाती थी। उस दिन वह तीन घंटे तक वापस नहीं आई। हमने सोचा वो किसी सहेली के घर रुक गई होगी। रात हो गई फिर भी उसका पता नहीं चलाष 12 बजे तक तलाश की लेकिन वह नहीं मिली। दूसरे दिन उसके पिता को लगा कि वो कुएं में तो नहीं गिर गई। इसी आशंका से कुएं के पानी को निकाला गया तो ज्योति का शव अंदर पड़ा था।

पुलिस ने युवती की मौत पर जांच की शुरू

ज्योति का शव मिलने के परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। बहेरिया थाना प्रभारी दिव्य प्रकाश त्रिपाठी ने बताया- पोस्टमॉर्टम के बाद ज्योति का शव परिजन को शुक्रवार शाम को सौंप दिया गया। अभी यह पता नहीं चला है कि उसकी मौत किस वजह से हुई। क्या वो गलती से कुएं में गिर गई या उसको धक्का देकर गिरा दिया गया। पुलिस जांच कर रही है। 

बहन की चिता के पास हुआ भाई का अंतिम संस्कार

चचेरे भाई करण की मौत पर उसके पिता उदय सिंह ने बताया कि वो खबर लगते ही शुक्रवार शाम सागर के लिए बाइक से रवाना हो गया। हमें यह नहीं पता था वह दुखी होकर इतना बड़ा कदम उठा लेगा। शनिवार को करण की मौत के बाद उसका शव पुलिस ने जांच के लिए भेजा। रविवार सुबह बहन ज्योति की चिता के पास ही परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया।