सार
पावरग्रिड कंपनी से मुआवजे की मांग को लेकर ग्रमीण हाईटेंशन टावर में चढ़ गए। किसानों का आरोप है कि उनके खेत में टावर लगाए कई साल बीत गए हैं पर अभी तक उन्हें मुआवजा नहीं दिया गया है।
सतना(Madhya Pradesh). अपनी मांगे न पूरी होने से नाराज तकरीबन आधा दर्जन किसानों ने जमकर बवाल काटा। पावरग्रिड कंपनी से मुआवजे की मांग को लेकर ग्रमीण हाईटेंशन टावर में चढ़ गए। किसानों का आरोप है कि उनके खेत में टावर लगाए कई साल बीत गए हैं पर अभी तक उन्हें मुआवजा नहीं दिया गया है। किसानों को कहना है कि जब तक उन्हें मुआवजे का लिखित आदेश नहीं मिलता वह टावर पर ही चढ़े रहेंगे।
जानकारी के मुताबिक सतना जिले के उचेहरा थाना अंतर्गत अतरवेदिया गांव कई किसान पिछले दस वर्षों से मुआवजे की मांग पर अड़े हैं, लेकिन इनकी समस्या का समाधान आज तक नहीं हो पाया। किसानों ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और न्यायालय ने मुआवजे की दर भी निर्धारित की इसके बावजूद इन्हें आज तक मुआवजा नहीं दिया गया। परेशान किसान पावरग्रिड से मुआवजे की मांग को लेकर टावर पर चढ़कर धरना दे रहे हैं।
इससे पहले भी दिया था धरना नहीं निकला नतीजा
गौरतलब है कि इसके पहले भी इन गांवों के किसानों ने 15 दिन तक टावर पर चढ़कर प्रदर्शन किया था, और जिला प्रशासन ने किसानों को भरोसा दिया था। लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका। इसके आलावा पिथौरावाद में भी पांच किसान एक ही टावर पर चढ़कर धरना दे रहे हैं। रामनाथ कोल, मातादीन कोल, रजीनश कुशवाह, शिव कुशवाहा, धर्मेंद्र कुशवाहा नाम के किसान का कहना है कि जबतक मांगे पूरी नहीं होगी तब तक टावर से नीचे नहीं आएंगे।