सार
आजादी के 72 साल बाद आदिवासी अंचल आलीराजपुर को आखिरकार बुधवार को रेल सेवा की सौगात मिल ही गई। स्टेशन पर हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे। कोई डांस कर रहा था तो किसी की आंखें नम दिखाई दीं। सभी लोगों ने कहा आज आजादी के बाद हमारा सालों का सपना साकार हुआ है।
अलीराजपुर (मध्य प्रदेश). भारत में ट्रेन शुरु होने के 166 साल बाद यानि आज़ादी के 72 वर्ष बाद अलीराजपुर को ट्रेन की सौगात मिल गई। जब बुधवार को ट्रेन पहली बार शहर में पहुंची तो यहां के लोगों का खुशी का ठिकाना नहीं था। जैसे गाड़ी प्लेटफॉर्म पर पहुंची तो लोग झूमने लगे और पटाख़ों और ढोल-नगाड़ों से उसका स्वागत किया।
हर आंख में थे खुशी के आंसू...
अलीराजपुर स्टेशन पर हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे। कोई डांस कर रहा था तो किसी की आंखें नम दिखाई दीं। सभी लोगों ने कहा आखिरकार आज आजादी के बाद हमारा सालों का सपना साकार हुआ है। जिले भर से ट्रेन को देखने के लिए पहुंचे थे। जिले के आदिवासी लोग काफी खुश दिखाई दे रहे थे।
ट्रेन के ड्राइवरों और अन्य स्टाफ का फूल माला से किया स्वागत
क्षेत्र के सांसद गुमान सिंह डामोर ने पहले रेलवे स्टेशन का लोकार्पण किया। इसके बाद उन्होंने ड्राइवरों और अन्य स्टाफ का फूल माला से स्वागत किया। फिर लोगों को संबोधित करने के बाद ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। बता दें कि यह रेल गाड़ी बड़ौदा के प्रतापनगर स्टेशन से अलीराजपुर के बीच चलेगी।
ट्रेन को आते-आते 11 साल लग गए
जानकारी के मुताबिक, यह परियोजना साल 2008 में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल में मंजूर हुई थी। इसके आते-आते 11 साल लग गए। सब यही कह रहे थे कि देर आए पर दुरुस्त आए। अब इसके आ जाने से जिले के विकास में मदद मिलेगी और कई लोगों को रोजगार भी मिलेगा।