सार


युवक ने इस घटना को अंजाम देने पहले एक सुसाइड नोट लिखा-मैं शान से जीना चाहता था, लेकिन मैं उतना पैसा नहीं कमा पाया। क्योंकि बेरजोगारी बहुत है। मेरी पत्नी पूनम ने कभी भी मेरी बात को नहीं टाला। जब मैंने उसको मरने के लिए कहा तो वह मान गई और बोली-बताओ क्या करना है। 

सागर (मध्य प्रदेश). यह सच है कि सपने वही देखने चाहिए जिनको पूरा कर सको। नहीं तो जब अरमान टूटते हैं तो अंजाम बहुत बुरा होता है। ऐसा ही एक दिल दहला देने वाला मामला मध्य प्रदेश में सामने आया है। जहां एक युवक की ख्वाहिशें पूरी नहीं हुई तो उसने पूरे परिवार को मारकर खुद भी फांसी पर लटक गया।

इस वजह से उठाया ये खौफनाक कदम
दरअसल, ये खौफनाक घटना मंजर मध्य प्रदेश के सागर जिले के बम्होंरी गांव में गुरुवार को हुई है। जहां 35 साल के मनोज कुशवाह ने शादी के बाद पहले तो पत्नी की आंखों में बड़े-बड़े सपने संजोए, लेकिन जब वो देखे सपनों को  पूरा नहीं कर पाया तो हताश हो गया और फिर पूरे परिवार के साथ यह कदम उठा लिया। युवक की चार बेटियां हैं, जिनमें दो जुडवां हैं।

खुद ने भी लगा ली फांसी, लेकिन किस्मत से बच गया
बुधवार रात तीन बजे इस घटना से पहले मनोज अपनी दो जुड़वा बच्चियों को अपनी मां के घर छोड़ आया। फिर पत्नी पूनम ने फांसी लगाई, इसके बाद मनोज ने अपनी 8 साल और 6 साल की बेटियों को फांसी लगाकर मार दिया। आखिर में खुद भी फांसी के फंदे पर झूल गया। लेकिन उसकी किस्मत तो देखो जैसे वह लटका तो फंदा टूट गया और वो बेहोश होकर नीचे गिर गया। जब सुबह घर के अंदर आई तो वह चीखने लगी। महिला की अवाज सुनकर आप पड़ोस को लोग आ गए। इसके बाद पुलिस को सूचना दी। फिर मनोज को अस्पताल में भर्ती करया गया।

सुसाइड नोट में लिखी इमोशनल बातें...
युवक ने इस घटना को अंजाम देने पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा था। जिसमे उसने लिखा-मैं शान से जीना चाहता था, लेकिन मैं उतना पैसा नहीं कमा पाया। क्योंकि बेरजोगारी बहुत है। मेरी पत्नी पूनम ने कभी भी मेरी बात को नहीं टाला। जब मैंने उसको मरने के लिए कहा तो वह मान गई और बोली-बताओ क्या करना है।