सार
एक लापरवाही और उस पर नवजात के दर्द से अनजान बनकर झूठ बोलना, दमोह में एक नर्स ने यही किया। ऑपरेशन के दौरान जाने-अनजाने नवजात के हाथ में फ्रैक्चर हो गया। वो रोता रहा, लेकिन मां समझती रही कि अकसर छोटे बच्चे परेशान करते हैं। हालांकि बच्चे के हाथ में पट्टी बंधी देखकर उसने नर्स से इस बारे में पूछा। नर्स ने जवाब दिया कि ऐसे ही बंधी है। लेकिन जब बच्चे का रोना कम नहीं हुआ, तब एक्स-रे कराया गया और सामने आया चौंकाने वाला घटनाक्रम।
दमोह, मध्य प्रदेश. यहां के जिला अस्पताल में एक नर्स की लापरवाही से नवजात के हाथ में फ्रैक्चर हो गया। शर्मनाक बात यह रही कि नर्स ने यह बात किसी को नहीं बताई, बल्कि वो उसे छुपाती रही। ऑपरेशन के दौरान नवजात के हाथ में फ्रैक्चर हुआ था। वो रोता रहा, लेकिन मां समझती रही कि अकसर छोटे बच्चे परेशान करते हैं। हालांकि बच्चे के हाथ में पट्टी बंधी देखकर उसने नर्स से इस बारे में पूछा। नर्स ने जवाब दिया कि ऐसे ही बंधी है। लेकिन जब बच्चे का रोना कम नहीं हुआ, तब एक्स-रे कराया गया और सामने आया चौंकाने वाला घटनाक्रम।
डॉक्टर बोले, जन्मजात फ्रैक्चर भी हो सकता है
कुम्हारी थाना क्षेत्र के गांव चीलघाट के रहने वाले राजेश लोधी की पत्नी नीलू(25) को प्रसव पीड़ा होने पर 13 अगस्त को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टर ने सीजर ऑपरेशन करने को बोला। 14 अगस्त को नीलू का ऑपरेशन किया गया और उसने बच्चे को जन्म दिया। बच्चे की हालत ठीक नहीं होने पर उसे तीन दिनों तक गहन चिकित्सा कक्ष में रखा गया। इसके बाद एक नर्स आई और बच्चे को मां की गोद में छोड़कर चली गई। बच्चे के हाथ में पट्टी बंधी देखकर जब मां ने इस बारे में नर्स से पूछा, तो उसने टालमटोल कर दी।
21 अगस्त को महिला को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। जब मां उसे लेकर घर पहुंची, तब उसने पाया कि बच्चा तो लगातार रोये जा रहा है। इस पर वे दुबारा बच्चे को अस्पताल लाए। यहां बच्चे का एक्स-रे किया गया। इसमें उसके हाथ में फ्रैक्चर निकला। परिजनों ने नर्स पर लापरवाही का आरोप लगाया है। वहीं, अस्पताल के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. एनके पटेल ने कहा कि बच्चे के बायें हाथ की कलाई में फ्रैक्चर है। ऐसा जन्मजात भी हो सकता है। उसे प्लास्टर चढ़ा दिया गया है, जल्द ठीक हो जाएगा। उधर, सीएमएचओ डॉ. तुलसा ठाकुर ने कहा कि अगर उनके पास इस मामले की शिकायत आती है, तो जांच कराई जाएगी।