सार
थाना हीरानगर के एसआई किशोर कुमार ने बताया कि घटना लोहिया कॉलोनी की है। यहां रहने वाले देवीलाल नायक के बेटे आदित्य (16 साल) को इंस्टाग्राम पर वीडियो पोस्ट करने का शौक था। वह अलग-अलग तरह के वीडियो बनाकर अपलोड करता था। मंगलवार को उसने आसपास के बच्चों को बुलाया और कहा कि सुसाइड का वीडियो बनाना है।
इंदौर। यह खबर पढ़कर आप चौंक जाएंगे। इंदौर (indore) में इंस्टाग्राम वीडियो (instagram video) की लत में एक 16 साल के लड़के की जान चली गई। ये लड़का 10वीं क्लास का स्टूडेंट था और लोगों को बता रहा था कि फंदे पर कैसे लटकते हैं, लेकिन जरा-सी चूक हुई, स्टूल फिसला और खुद की फांसी लग गई। फंदा कसने से चंद सेकेंड में मौत हो गई। घटना के वक्त मां-बाप शादी में गए थे। छोटा भाई कोचिंग से लौटा, तब पता चल सका।
थाना हीरानगर के एसआई किशोर कुमार ने बताया कि घटना लोहिया कॉलोनी की है। यहां रहने वाले देवीलाल नायक के बेटे आदित्य (16 साल) को इंस्टाग्राम पर वीडियो पोस्ट करने का शौक था। वह अलग-अलग तरह के वीडियो बनाकर अपलोड करता था। मंगलवार को उसने आसपास के बच्चों को बुलाया और कहा कि सुसाइड का वीडियो बनाना है। इसके लिए उसने छत पर लगी बल्ली से फंदा बनाया और नीचे स्टूल रखा। स्टूल पर चढ़कर गले में फंदा डाला और लटकने का नाटक करने लगा। कुछ देर वह लटका और अचानक स्टूल फिसल गया। यह देख वीडियो बना रहे बच्चे भाग गए और आदित्य लटकता रह गया। कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई।
छोटा भाई कोचिंग से लौटा तो फंदे पर लटका देख घबरा गया
घटना के वक्त आदित्य घर में अकेला था। माता-पिता शादी में बाहर गए थे। जबकि छोटा भाई कोचिंग गया था। कुछ देर बाद जब छोटा भाई राजदीप लौटा तो भाई को फंदे पर लटकता देख घबरा गया। उसने आसपास के लोगों को बुलाया और उनकी मदद से भाई को फंदे से उतारा। इसके बाद नजदीकी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। आसपास के बच्चों से पूछताछ की गई तो सामने आया कि आदित्य फांसी लगाने का वीडियो बना रहा था। फिलहाल, पुलिस ने आदित्य का मोबाइल जब्त कर जांच शुरू कर दी है।
जावरा गए थे माता-पिता
आदित्य 10वीं कक्षा की पढ़ाई कर रहा था। उसने इस साल परीक्षा का फॉर्म भरा था। आदित्य के पिता देवीलाल ने बताया कि वह पत्नी को लेकर जावरा एक शादी में गए थे। वह हम्माली का काम करते हैं। उनका एक छोटा बेटा राजदीप है, वह भी पढ़ाई कर रहा है। देवीलाल के मुताबिक आसपास के बच्चों से पूछताछ में फांसी लगाकर वीडियो बनाने की बात सामने आई है, लेकिन आदित्य के मोबाइल से इस तरह का कोई वीडियो नहीं मिला है। उन्होंने ये भी बताया कि दोपहर 2 बजे आदित्य ने कॉल किया था और पूछा था कि वह कब तक घर आएंगे। पिता ने एक-दो दिन में आने का कहा था।
जन्म के एक महीने बाद रोया था आदित्य
पिता ने बताया कि आदित्य का जब जन्म हुआ था, तब वह एक महीने से ज्यादा वक्त तक रोया नहीं था। डॉक्टरों का कहना था कि उसके मस्तिष्क में ऑक्सीजन प्रवाह का स्तर कम है। इस लिहाज से वह सामान्य बच्चों की तरह प्रतिक्रिया करने में वक्त ज्यादा लेगा। यही वजह है कि उसके दोस्त भी उससे कम उम्र के बच्चे ही थे। घटना के वक्त भी वह अपने से कम उम्र के बच्चों के साथ था। बच्चे डर गए और भाग गए। उन्होंने तत्काल आसपास वालों को सूचना भी नहीं दी।