सार
इंदौर से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जहां तीन अज्ञात बदमाशों ने जोमैटो फूड डिलीवरी बॉय पर बीच चाकू से हमला कर उसकी हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी पैसा और सामान लूटकर फरार हो गए।
इंदौर. आर्थिक राजधानी के नाम से पहचान रखने वाला इंदौर शहर अपराधों की केपिटल बनती जा रही है। जहां गुंडे-बदमाश इतने बेखौफ हो गए हैं कि दिनदहाड़े दिल दहला देने वाली वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। ताजा मामला यह है कि तीन लुटेरों ने फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो के कर्मचारी की चाकू से वार कर हत्या कर दी। बदमाशों ने इस तरह हमला किया कि डिलीवरी बॉय खून से लथपथ हो गया और इलाज के दौरान मौक पर ही मौत हो गई।
बाइक रोकी और दनादन मारने लगे चाकू
दरअसल, यह घटना गुरुवार रात की बताई जा रही है, जहां जोमेटौ कर्मचारी सुनील वर्मा (20) इंदौर के बाणगंगा इलाके में खाने के पार्सल की डिलीवरी करने के लिए जा रहे थे। रात आधिक हो गई थी, और अंधेरा था, इसी का फायदा उठाकर तीन अज्ञात आरोपियों ने सुनील की बाइक बीच रास्ते में रुकवाई और पैसे की डिमांड करने लगे। जब उसने पैसे देने से मना किया तो उसपर जानलेवा हमला कर दिया। आरोपियों ने उन पर चाकू से करीब पांच से सात वार किए। इसके बाद आरोपी भाग गए, स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को अस्पताल पहुंचाया। जहां शुक्रवार को इलाज के दौरान मौत हो गई।
खून से लथपथ हालत में डेढ़ किमी बाइक चलाकर पहुंचा अस्पताल
बताया जा रहा है कि मृतक सुनील किसी तरह खड़ा हुआ और खून से लतपथ हालत में करीब डेढ़ किलोमीटर बाइक चलकर अरबिंदो अस्पताल पहुंचा। जहां उसने अस्पताल के सुरक्षा गार्ड को पहले पूरी जानकारी दी। इससे पहले सुनील ने अपने भाई रवि को फोन कर घटना की जानकारी दी थी। खबर लगते ही रवि अस्पताल पहुंचा, लेकिन डॉक्टरों ने मृतक को एमवाय अस्पताल रेफर कर दिया। जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
पुलिस ने बताया कैसे हुई पूरी वारदात
मामले की जांच कर रहे बाणगंगा पुलिस थाने के प्रभारी राजेंद्र सोनी ने बताया कि मृतक के परिवार की शिकायत पर अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों की तलाश जारी है। वहीं मृतक का जोमैटो कम्पनी का बैग, कैप और अन्य सामान मिला है और अभी स्पष्ट नहीं है कि हमलावर कितने पैसे लूटकर ले गए हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि बैग का एक हिस्सा टूटा मिला है जिससे पता चलता है कि बैग छीन रहे हत्यारों से उन्होंने संघर्ष किया था। वहीं अपराधियों का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। लेकिन पुलिस उनको पकड़ने के लिए लगातार तलाश कर रही है। वहीं आसपास के इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला भी जा रहा है।